Top 10 richest baba: आध्यात्म को मन की शांति का सबसे बड़ा कारक कहा गया है और भारत को हमेशा से ही आध्यात्मकि शक्ति का केंद्र माना जाता रहा है. ऐसे में दुनिया भर के लोग भारत में आध्यात्म के नए मायने ढूंढने और परमधाम की प्राप्ति करने के लिए आते हैं. वहीं आध्यात्म का प्रचार करने वाले बाबाओं की संख्या भी भारत में बहुत ज्यादा है.
इसमें कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जिन्हें लोग बहुत ज्यादा सुनना पसंद करते हैं. एक लाइन में कहें तो ये बाबा दुनिया को बताते हैं कि कैसे सबकुछ माया है और भोग विलास की वस्तु है, पर क्या आप जानते हैं कि ये आध्यात्मिक ज्ञान देने के लिए ये बाबा कितना चार्ज करते हैं और मौजूदा समय में उनके पास कुल कितनी संपत्ति है. आइए एक नजर भारत के 10 सबसे अमीर बाबाओं और उनकी नेटवर्थ पर डालते हैं.
धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri)
मौजूदा समय में बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री काफी चर्चित चेहरा बने हुए हैं जो कि आए दिन अपनी कथा के दौरान देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते नजर आते हैं. धीरेंद्र शास्त्री की बात करें तो वो एक से डेढ़ लाख रुपए प्रति कथा सुनाने का लेते हैं और महीने भर में करीब 3.5 लाख रुपए कमा लेते हैं. इस दौरान बागेश्वर धाम में जो राशि चढ़ावे में आती है उससे वो अस्पताल चलाते हैं. धीरेंद्र शास्त्री की बात करें तो उनकी कुल संपत्ति करीब 19.5 करोड़ रुपए है.
मोरारी बापू (Morari Bapu)
आध्यात्मिक ज्ञान देने वालों में दूसरा चर्चित नाम मोरारी बापू का है जो कि देशभर में रामकथा सुनाने के लिए मशहूर हैं. देश का सबसे अमीर बिजनेसमैन परिवार (अंबानी) भी उनके अनुयायी है. मोरारी बापू ने अपने करियर की शुरुआत बतौर प्राइमरी टीचर की थी लेकिन बाद में रामकथा सुनाने लगे. मोरारी बापू की कुल संपत्ति की बात करें तो ये मौजूदा समय में करीब 550 करोड़ रुपए है.
श्री देवकी नंदन ठाकुर (Sri Devki nandan Thakur)
इस फेहरिस्त में अगला नाम देवकी नंदन ठाकुर का है जो कि एक कथावाचक, अध्यात्मिक गुरु और समाजसेवक के रूप में जाने जाते हैं. देवकीनंदन ठाकुर आध्यात्मकि कथाओं को सुनाने के लिए मशहूर हैं जिसे वो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी करते हैं. मौजूदा समय में उनके करोड़ों फॉलोअर्स हैं जिसके चलते वो सिर्फ यूट्यूब वीडियोज से ही 3.5 से 4 करोड़ रुपए कमा लेते हैं. इतना ही नहीं देवकी नंदन ठाकुर कथावाचन के लिए करीब 5-6 लाख रु प्रति कथा की फीस लेते हैं और साल में कथा वाचन से ही डेढ़ से 2 करोड़ रुपए कमा लेते हैं. उनकी कुल संपत्ति की बात करें तो वो करीब 52.86 करोड़ रु है.
जया किशोरी (Jaya Kishori)
बचपन से ही आध्यात्म को अपना जीवन बना लेने वाली जया किशोरी भी हर उम्र के लोगों के बीच काफी चर्चित हैं. जया शर्मा को जया किशोरी उनके गुरु ने बनाया और पहली बार जब सोशल मीडिया पर लोगों ने उनके कथा वाचन को सुना तो बहुत तेजी से उनकी लोकप्रियता बढ़ गई. जया किशोरी की बात करें तो वो यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियोज से करीब डेढ़ से 2 करोड़ रुपए की सालाना कमाई कर लेती हैं तो वहीं पर नानी बाई का मायरा और श्रीमद्भागवत वाचन के लिए करीब 9.5 से 10 लाख रुपए प्रति कथा फीस लेती हैं. जया किशोरी की सालाना इनकम करीब 4 करोड़ रुपए हैं और कुल संपत्ति की बात करें तो करीब 24.83 करोड़ रुपए हैं.
श्री-श्री रविशंकर (Sri-Sri Ravishankar)
श्री-श्री, गुरुजी और गुरुदेव के नाम से फॉलोअर्स के बीच मशहूर श्री-श्री रविशंकर सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर में आध्यात्म को फैलाने के लिए जाने जाते हैं. श्री-श्री रविशंकर की बात करें तो उनके करीब 150 देशों में 30 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक समाजिक कार्यों के लिए मशहूर हैं और आदमी को कैसे अपना जीवन जीना चाहिए इसकी राह बताते हैं. चढ़ावे, कई तरह के चैरिटेबल ट्रस्ट और कथावाचन के जरिए श्री-श्री रविशंकर के पास करीब 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हो गई है.
माता अमृतानंदमयी देवी (Mata Amritanandmayi Devi)
इस लिस्ट में अगला नाम माता अमृतानंदमयी देवी का आता है जिनके ट्रस्ट के पास करीब 1500 करोड़ रुपए की संपत्ति है. अम्मा के नाम से लोगों के बीच मशहूर माता अमृतानंदमयी की बात करें तो वो अपने 6 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी. उन्हें गले लगाने वाले संत (‘The Hugging Saint’) के नाम से भी जाता है और वो अब तक करीब 30 करोड़ लोगों को गले लगा चुकी हैं. वो देश की सबसे अमीर महिला आध्यात्म गुरु हैं जो कि समाज सेवा के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर योगदान देती हैं. उनकी आय का साधन उनके फॉलोअर्स की तरफ से दिया जाने वाला दान है.
सदगुरु जग्गी वासुदेव (Sadguru Jaggi Vasudev)
ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सदगुरु जग्गी वासुदेव का नाम भी भारत के सबसे अमीर बाबाओं में शामिल है. ईशा फाउंडेशन की नेट वर्थ करीब 18 करोड़ है जबकि उसमें 116 करोड़ के सामान का इस्तेमाल किया है. यूट्यूब वीडियोज और धार्मिक प्रचार के जरिए सदगरु जग्गी वासुदेव की कमाई भी होती है और कुल संपत्ति की बात करें तो ये लगभग 150 करोड़ रुपए है.
डॉ पॉल दिनाकरन (Dr Paul Dhinakaran)
आध्यात्म की बात करने वालों में सिर्फ सनातन के अनुयायी ही नहीं है बल्कि क्रिश्चियन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले डॉ पॉल दिनाकरन का नाम भी इसमें शामिल है. वो 'यीशु बुला रहे हैं' (Jesus Calls) नाम से संस्था चलाते हैं और कोयम्बतूर की मशहूर यूनिवर्सिटी करुण्या इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एवं साइंसेज के चांसलर भी हैं. वो रेनबो टीवी के नाम से चैनल भी चलाते हैं और यीशु की शिक्षाओं को फैलाने का काम करते हैं. उनकी कुल आय करीब 5 हजार करोड़ रुपए हैं.
अनिरुद्धाचार्य (Anirudhacharya)
अनिरुद्धाचार्य की बात करें तो वो भी युवाओं के बीच अपने कथावाचन को लेकर तेजी से मशहूर होते जा रहे हैं. स्टारसैट वेबसाइट के मुताबिक अनिरुद्धाचार्य एक दिन की कथा के लिए करीब 80 से एक लाख रुपए तक चार्ज लेते हैं, इतना ही नहीं वो यूट्यूब से भी करीब 1.82 लाख रुपए तक कमा लेते हैं. इसी वेबसाइट के अनुसार उनकी कुल नेटवर्थ करीब 25 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
नित्यानंद बाबा (Nityanand Baba)
भारत के सबसे अमीर बाबाओं की लिस्ट में विवादित और कई आरोपों से घिरे आध्यात्मकि गुरु नित्यानंद बाबा का नाम भी आता है. नित्यानंद बाबा पर जब यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे और सोशल मीडिया पर कुछ एमएमएस लीक हुए तो वो आनन-फानन में देश छोड़ कर फरार हो गए और अब इक्वाडोर के पास एक द्वीप खरीदकर रहते हैं. इसे नित्यानंद ने कैलाशा नाम का देश घोषित कर रखा है. नित्यानंद ने साल 2003 में ही खुद को संत के रूप में प्रचारित करना शुरू किया था और देश छोड़कर भागने से पहले उनकी पास करीब 10 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति है.