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"फूलपुर छोड़िए, नीतीश के अंदर बिहार में चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं" प्रशांत किशोर का सीएम पर कसा तंज

Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार जीवन में कोई चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकते हैं. कहिए तो लिखकर दे दें. चुनावों की जितनी समझ मुझे है. उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि नीतीश कुमार चुनाव लड़ने की हिम्मत कर ही नहीं सकते हैं.

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Avinash Kumar Singh
"फूलपुर छोड़िए, नीतीश के अंदर बिहार में चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं" प्रशांत किशोर का सीएम पर कसा तंज

नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी से चुनावी किस्मत आजमा सकते है. सियासी गलियारों में ऐसी हैं कि सीएम नीतीश कुमार 2024 में उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. जदयू की उत्तर प्रदेश इकाई ने 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नीतीश कुमार को यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ाने की मांग की है. नीतीश कुमार को लेकर चल रही सियासी चर्चाओं के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है.

प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर बोला हमला

जन सुराज पदयात्रा के पदयात्री प्रशांत किशोर ने कहा कि "बिहार के सीएम नीतीश कुमार जीवन में कोई चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकते हैं. कहिए तो लिखकर दे दें. चुनावों की जितनी समझ मुझे है. उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि नीतीश कुमार चुनाव लड़ने की हिम्मत कर ही नहीं सकते हैं. आप फूलपुर की बात कर रहे हैं बिहार में चुनाव लड़ने की उनके अंदर हिम्मत ही नहीं बची है. नीतीश कुमार अंतिम बार चुनाव कब लड़े थे किसी को याद है? नीतीश ने चुनाव लड़ना बरसों पहले छोड़ दिया है. जनता के बीच जाना और जनता के चुनकर आने की हिम्मत अब उनके अंदर नहीं बचे है"

बिहार के समस्तीपुर के रोसड़ा प्रखंड में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने बिहार के कानून-व्यवस्था को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आदमी एक पंचायत एक गांव बिना सुरक्षा के चल नहीं सकते हैं.सूबे में आज जो हालात हैं वो बद से बदतर है.

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फूलपुर लोकसभा सीट की चर्चा में रहने की यह है वजह

फूलपुर सीट के जातीय समीकरण को देखें तो यहां सबसे ज्यादा कुर्मी वोटर हैं. उसके बाद यादव, मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों की संख्या यहां सबसे ज्यादा है. ऐसे में नीतीश कुमार कुर्मी वोटरों के सहारे चुनाव लड़ने की रणनीति बना सकते हैं. अगर फूलपुर सीट से नीतीश कुमार चुनाव लड़ते है तो वह एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश करेंगे. नितीश कुमार के यहां से लड़ने से बीजेपी के खिलाफ यूपी में मजबूत मोर्चेबंदी की जा सकती है. तो वहीं 2024 की चुनावी लड़ाई को मोदी बनाम नीतीश बनाने का विपक्ष के पास अच्छा मौका होगा.

यह सीट इसलिए हमेशा से इसलिए खास रही है कि इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू कर चुके हैं. इन दिनों इस सीट को लेकर चर्चाओं का बाजार इस लिए गर्म है कि क्योंकि एसपी के टिकट पर 2004 के लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद ने फूलपुर से बड़ी जीत हासिल की थी.  

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प्रयागराज का फूलपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर है और अगर नीतीश कुमार इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो 2024 के चुनावों में यूपी की चुनावी फिजा बदली-बदली सी नजर आएगी.