Kolkata Doctor Rape Murder: बंगाल में शुक्रवार को बंद जैसे हालात के साथ तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. सीएम ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों बीजेपी और सीपीएम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पर केंद्रित अलग-अलग विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. 9 अगस्त को ट्रेनी रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है. भाजपा और सीपीएम ने सरकारी अस्पताल में हुई बर्बरता की निंदा की है.
बुधवार-गुरुवार देर रात किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों के एक समूह ने परिसर (आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में धावा बोल दिया. उपद्रवियों ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस के साथ झड़प की, जिससे पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति और भी खराब हो गई. इसके बाद बंगाल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होकर बंगाल को स्थिर करने का आग्रह किया. भाजपा ने आज यानी शुक्रवार को कोलकाता और राज्य के अन्य जिलों में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक सड़क जाम करने की योजना बनाई है. भाजपा ने राज्य सरकार के सभी प्रतिष्ठानों में दो घंटे के लिए काम बंद रखने की भी घोषणा की.
बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने का आरोप लगाया और सीएम बनर्जी के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कोलकाता में सीएम के आवास के पास कैंडल मार्च निकालने की भी घोषणा की.
सीपीएम ने शुक्रवार से दो दिवसीय आंदोलन की घोषणा की है, जबकि एसयूसीआई ने सुबह 6 बजे से 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. सीपीएम के सुजन चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि तोड़फोड़ में सीएम ममता बनर्जी का हाथ था, जबकि साथी पार्टी पदाधिकारी विकास रंजन ने कहा कि कल उपद्रवियों की ओर से किए गए अपराध और हमले दोनों की साजिश तृणमूल ने रची है.
सीपीएम ने आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की गिरफ्तारी की भी मांग की, जिन पर अपराध को ढंकने का आरोप लगाया गया है. भाजपा विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर आरजी कर अस्पताल में अर्धसैनिक बलों की तैनाती का अनुरोध किया है. अधिकारी ने आरोप लगाया कि उपद्रवियों का उद्देश्य सबूतों को नष्ट करना था, खासकर अब जब सीबीआई ने डॉक्टर की मौत की जांच अपने हाथ में ले ली है.
उधर, टीएमसी ने कहा कि अस्पताल में प्रदर्शनकारी छात्र नहीं थे, बल्कि बाहरी राजनेता थे जो राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे. टीएमसी की ओर से भी आज मार्च निकाले जाने की सूचना दी गई है. कहा गया है कि सीएम के नेतृत्व में मार्च दोपहर 3 बजे कोलकाता में शुरू होगा.
वहीं, राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी की है जिसमें चेतावनी दी गई है कि काम से अनुपस्थिति (जब तक कि पूर्व-अनुमोदित न हो या चिकित्सा आपात स्थिति या पारिवारिक शोक के कारण न हो) को सेवा में रुकावट माना जाएगा. गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए, सीएम बनर्जी ने इस बर्बरता पर टिप्पणी की और कहा कि मैं छात्रों को दोष नहीं देती. कुछ बाहरी राजनेता बंगाल में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. ये भाजपा-वामपंथी मिलीभगत है. एक डीसीपी जो लोगों की रक्षा करने की कोशिश कर रहा था, कई मिनट तक लापता रहा. पुलिस पर हमला किया गया और फिर भी पुलिस ने धैर्य दिखाया. मैं इसके लिए उनकी सराहना करती हूं.