Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों और देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे 4 लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राज्य की सुरक्षा के हित में 4 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने बताया कि ये लोग पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे थे. प्रवर्तन एजेंसियों को इन लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री मिली थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए यह कार्रवाई की गई है. उपराज्यपाल ने अब तक 50 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. यह लोग आतंकी संगठनों और पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम रहे थे.
J&K LG Manoj Sinha terminated 4 employees from the service in the interest of the security of the state. The employees were sacked after an investigation established that they were acting on behalf of Pakistan ISI and the terror outfits. Law enforcement and intelligence agencies…
— ANI (@ANI) June 8, 2024
इससे पहले भी जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है. फरवरी में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि हम 154 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं. यह सभी लोग आतंकी गतिविधियों में लिप्त थे.
2019 में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने के बाद प्रशासन संविधान के अनुच्छेद 311(2) (C) के तहत सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर रहा है. यह प्रावधान सरकार को बिना जांच के कर्मचारियों को बर्खास्त करने का अधिकार देता है. इसके अलावा सरकार ने अप्रैल 2021 में एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया था जिसका उद्देश्य देश की सुरक्षा के लिए खतरा या राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल कर्मचारियों के मामलों की पहचान करना और उनकी जांच करना था. इसके बाद कई हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों और महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर बैठे लोगों को सरकारी पद से हटाया गया है.