Jammu Kashmir Landslide: जम्मू-कश्मीर में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन ने हालात बिगाड़ दिए हैं. राजौरी जिले में भूस्खलन से कोटरंका-खवास सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि वैष्णो देवी मार्ग के बाद अब श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर मलबा गिरने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया. इससे सफर कर रहे यात्रियों में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल है.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस गंभीर स्थिति पर नाराज़गी जताई है. उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखने के साथ-साथ फोन पर बात कर त्वरित कार्रवाई की मांग की.
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में सोमवार तड़के बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे पहाड़ी इलाकों में रहने वालों में डर और दहशत फैल गई. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना पोनी तहसील के मादी गांव में सुबह करीब तीन बजे हुई.पीटीआई ने एक ग्रामीण के हवाले से बताया, 'विस्फोट जैसी बहुत बड़ी आवाज हुई और कुछ ही देर में हमारे घर पानी में डूब गए.'
#WATCH | J&K: Landslide and heavy rainfall cause severe damage to the Kotranka–Khawas road in Rajouri district pic.twitter.com/MCTtzwC3FF
— ANI (@ANI) September 16, 2025
मुख्यमंत्री का कहना है कि अगले 24 घंटों में ठोस कदम उठाए जाने का आश्वासन मिला है, ताकि हाईवे को जल्द से जल्द बहाल किया जा सके और यात्रियों की मुश्किलें कम हों.
किश्तवाड़ आपदा के कुछ दिन बाद जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटने से 4 की मौत; बचाव अभियान जारी. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंची और किसी नुकसान की पुष्टि नहीं हुई. भारी भूस्खलन के कारण सड़क मलबे से अवरुद्ध हो गई थी, जिसे बाद में लोक निर्माण विभाग की टीमों ने मजदूरों और मशीनों की मदद से साफ़ कर दिया.
पिछले महीने रियासी जिले के बद्दर गांव में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसमें एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई.