ISRO Scientist Passes Away: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) से एक दुखद खबर सामने आई है. इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी (N Valarmathi) का निधन हो गया है. उन्होंने रविवार को रविवार को आखिरी सांस ली. वलारमथी देश के पहले स्वदेशी रडार इमेजिंग सेटेलाइट RISAT की परियोजना निदेशक भी थीं. वो वलारमथी ही थीं, जिन्होंने श्रीहरिकोटा में रॉकेट लॉन्च की उलटी गिनती में अपनी आवाज दी थी. उन्होंने आखिरी बार उलटी गिनती अभी हाल ही में दी थी, जब देश के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण हुआ था.
अब नहीं सुनाई देगी आवाज
वलारमथी तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वाली थीं. इसरो की वैज्ञानिक वलारमथी के निधन की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है. उनके निधन पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वेंकटकृष्ण ने दुख जताया है. वेंकटकृष्ण ने 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में वलारमथी के निधन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि श्रीहरिकोटा से इसरो के आगामी मिशनों में अब वलारमथी मैडम की आवाज सुनाई नहीं देगी. मिशन चंद्रयान-3 उनका अंतिम काउंटडाउन था, उनके निधन से गहरा दुख हुआ है.
The voice of Valarmathi Madam will not be there for the countdowns of future missions of ISRO from Sriharikotta. Chandrayan 3 was her final countdown announcement. An unexpected demise . Feel so sad.Pranams! pic.twitter.com/T9cMQkLU6J
— Dr. P V Venkitakrishnan (@DrPVVenkitakri1) September 3, 2023
सफल रहा चंद्रयान-3
यहां ये भी बता दें कि चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित सॉफ्ट लैंडिंग की थी. चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम मॉड्यूल (LM) जिसमें प्रज्ञान रोवर भी शामिल है, चांद की दक्षिणी सतह पर उतरा था. जिससे चंद्रमा के इस क्षेत्र में लैंडिंग कराने वाला भारत दुनिया का पहले देश बन गया और मून पर उतरने वाला चौथा देश.
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