Indo-French Joint Exercise: भारत और फ्रांस की सेनाओं के बीच चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास 'शक्ति-VIII' का समापन फ्रांस के 'ला कावलेरी' स्थित 'कैम्प लारजैक' में हुआ. इस समापन समारोह के साथ ही दोनों देशों ने रक्षा साझेदारी के एक और मजबूत अध्याय को सफलतापूर्वक पूरा किया.
इस सैन्य अभ्यास का मुख्य उद्देश्य था – 'दोनों देशों की सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना, एक-दूसरे की तकनीकों को समझना और आपसी भरोसे को मजबूत करना.' इस अभ्यास में भारत की ओर से '90 जवानों की टुकड़ी' शामिल थी, जिनमें से ज्यादातर 'जम्मू-कश्मीर राइफल्स बटालियन' के थे. फ्रांस की ओर से '13वीं डेमी-ब्रिगेड डे लेजिओं एत्रांजेरे' के सैनिकों ने भाग लिया.
अभ्यास में 'कॉम्बैट शूटिंग', 'शहरी युद्ध (अर्बन वॉरफेयर)', 'इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW)', 'बाधाएं पार करने की ट्रेनिंग' और 'ड्रोन हमलों से बचाव (C-UAS)' जैसे कई अभ्यास किए गए. अभ्यास का सबसे खास हिस्सा रहा '96 घंटे का लगातार फील्ड ऑपरेशन', जिसमें युद्ध जैसे हालात बनाए गए. इसमें सैनिकों ने योजना बनाना, तेज फैसले लेना और टीमवर्क दिखाया.
#WATCH | Joint Indian and French troops engaged in a tug of war during the Indo-French Joint Military Exercise SHAKTI-VIII at Camp Larzac, La Cavalerie in France.
— ANI (@ANI) July 3, 2025
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/Oe5fg0Wxs0
फ्रांस में भारत के राजदूत 'श्री संजीव सिंगला' भी इस दौरान मौके पर पहुंचे. उन्होंने भारतीय सैनिकों की मेहनत और अनुशासन की सराहना करते हुए कहा, 'यह अभ्यास भारत-फ्रांस के मजबूत होते रक्षा रिश्तों का प्रतीक है.'
इस अभ्यास ने दिखा दिया कि भारत और फ्रांस सिर्फ दोस्त नहीं, बल्कि 'एक-दूसरे की सुरक्षा और शांति के लिए पूरी तरह समर्पित' हैं. दोनों देश अब युद्ध कौशल से लेकर तकनीकी साझेदारी तक, हर क्षेत्र में एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं.