illegal bike taxis: मुंबई में अवैध बाइक टैक्सी सेवाएं बंद होने का दावा किया गया था, लेकिन महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने जब हकीकत जाननी चाही तो तस्वीर कुछ और ही निकली. एक सीनियर अधिकारी ने उन्हें जानकारी दी थी कि शहर में अब कोई अवैध बाइक टैक्सी ऑपरेट नहीं कर रही है. लेकिन मंत्री ने खुद इसका रियलिटी टेस्ट करने का फैसला किया.
प्रताप सरनाईक ने खुद एक नया नाम इस्तेमाल करके ‘रैपिडो’ ऐप से मंतरालय से दादर के लिए बाइक टैक्सी बुक की. सिर्फ दस मिनट में एक राइडर पिकअप लोकेशन पर पहुंच गया. यानि मंत्री के सामने साफ हो गया कि ऐप आधारित ये अवैध सेवाएं अब भी मुंबई में सक्रिय हैं, भले ही अधिकारी कुछ और कह रहे हों.
जब मंत्री ने अपनी पहचान उजागर की, तो राइडर हैरान रह गया. लेकिन सरनाईक ने साफ कहा, 'हम ऐसे गरीब राइडर्स पर केस करके कुछ नहीं पा सकते, हमारी मंशा उन लोगों पर कार्रवाई करने की है जो इन अवैध सेवाओं के पीछे हैं.' उन्होंने राइडर को 500 रुपये भी ऑफर किए, लेकिन राइडर ने पैसे लेने से इनकार कर दिया.
मंत्रालय येथूनचं ट्रॅप ऑपरेशन - अनधिकृत रॅपिडो बाईक टॅक्सी सेवांवर थेट कारवाई...#PratapSarnaik #TransportMinister#MaharashtraTransport #ActionAgainstIllegalBikeTaxi@rapidobikeapp pic.twitter.com/K81GiHydIb
— Pratap Baburao Sarnaik (@PratapSarnaik) July 2, 2025
फिलहाल महाराष्ट्र सरकार ने किसी भी ऐप आधारित बाइक टैक्सी सेवा को कानूनी मंजूरी नहीं दी है. हाल ही में घोषित ई-बाइक पॉलिसी के तहत कुछ नियम बनाए गए हैं, लेकिन जब तक इन्हें औपचारिक रूप से अधिसूचित नहीं किया जाता, तब तक ये सेवाएं गैरकानूनी मानी जाएंगी.
इससे पहले महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के दफ्तर ने रैपिडो और उबर के खिलाफ आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई थी. आरोप था कि ये कंपनियां अवैध रूप से बाइक टैक्सी सेवाएं चला रही हैं. अब जब खुद मंत्री ने सच्चाई सामने ला दी है, तो देखना होगा सरकार इस पर क्या कदम उठाती है.