menu-icon
India Daily

आयरन लेडी का अनसुना बचपन, देश की पहली महिला PM इंदिरा गांधी ने 11 साल में बना ली थी अपनी वानर सेना

इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर उनके व्यक्तित्व और बचपन से जुड़ा एक रोचक किस्सा फिर चर्चा में है. भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने से बहुत पहले, महज 11 साल की उम्र में उन्होंने ‘वानर सेना’ तैयार कर ली थी.

auth-image
Edited By: Reepu Kumari
India’s Iron Lady Indira Gandhi Birthday Today
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: 19 नवंबर को भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया जाता है. राजनीति में उनके योगदान, निर्णयों की दृढ़ता और व्यक्तित्व की मजबूती ने उन्हें भारत की ‘आयरन लेडी’ बना दिया. विपक्ष तक उनके नेतृत्व का लोहा मानता था. आज उनका जन्मदिन है और सोशल मीडिया पर लोग उन्हें सम्मानपूर्वक याद कर रहे हैं. इलाहाबाद में जवाहरलाल नेहरू और कमला नेहरू के घर 19 नवंबर 1917 को जन्मीं इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी की परवरिश एक राजनीतिक माहौल में हुई.

पिता और दादा के साथ बड़े होते हुए उनमें देश सेवा का जज्बा बचपन से ही विकसित हुआ. चार बार प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी भारतीय राजनीति की सबसे प्रभावशाली नेताओं में शामिल रहीं.

बचपन में उभरा नेतृत्व: वानर सेना की शुरुआत

कमला नेहरू बीमार रहती थीं और इंदिरा अक्सर अकेलापन महसूस करती थीं, लेकिन उनका मन देशसेवा के सपने देखता था. 11 साल की उम्र में उन्होंने मोहल्ले के बच्चों को इकट्ठा करके एक संगठन बनाया, जिसे उन्होंने ‘वानर सेना’ नाम दिया. यह बाल संगठन कांग्रेस के लिए पर्चे बांटने, संदेश पहुंचाने और जरूरतमंदों की मदद में जुट गया. यह इंदिरा के नेतृत्व कौशल का पहला बड़ा संकेत था.

छह हजार बच्चों की टोली बनी कांग्रेस की मददगार

इंदिरा की वानर सेना कुछ ही महीनों में फैल गई और करीब 6000 बच्चे इसका हिस्सा बन गए. अंग्रेजी शासन के दौर में छोटे-छोटे बच्चे कांग्रेस की गतिविधियों को आगे बढ़ाते थे. यह देखकर जवाहरलाल नेहरू बेहद प्रभावित हुए. उन्हें महसूस हुआ कि इंदिरा राजनीतिक हालात को समझते हुए खुद को उसी हिसाब से तैयार कर रही हैं. वहीं इंदिरा खाली समय में चरखा चलाकर स्वदेशी आंदोलन से खुद को जोड़ती रहीं.

मजबूत इरादे, पर कुछ फैसले बने विवाद की वजह

प्रधानमंत्री बनने के बाद इंदिरा गांधी के कई बड़े फैसले देश की राजनीति को दिशा देने वाले साबित हुए. हालांकि कुछ निर्णय विवादों में भी घिरे. 1975 में लगाया गया आपातकाल आज भी भारतीय राजनीति की सबसे बहस योग्य घटनाओं में शामिल है. यही फैसला उनकी सत्ता के नुकसान का कारण भी बना. इसके बावजूद वह राजनीति की सबसे प्रभावशाली और निर्णायक नेताओं में गिनी जाती हैं.

ऑपरेशन ब्लू स्टार और इंदिरा की शहादत

जून 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ को लेकर देश में बड़ा तनाव बना. यह कदम इंदिरा गांधी के लिए बेहद कठिन था. लेकिन इसी कार्रवाई के बाद उनके सिख अंगरक्षकों ने उनकी हत्या कर दी. यह घटना भारतीय इतिहास के सबसे दर्दनाक पलों में शामिल है और आज भी इसके राजनीतिक एवं सामाजिक प्रभावों पर चर्चा होती रहती है.

19 नवंबर का इतिहास और अहम घटनाएं

19 नवंबर कई ऐतिहासिक वजहों से अहम है. इसी दिन रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई जाती है. 1917 में इंदिरा गांधी का जन्म भी इसी तारीख को हुआ. इसके अलावा 1824 की विनाशकारी बाढ़ से लेकर 1997 में कल्पना चावला के अंतरिक्ष अभियान और 2007 में किंडल की शुरुआत जैसी कई घटनाएं इस दिन दर्ज हैं. इतिहास की ये कड़ियां इस तारीख को और भी खास बनाती हैं.