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India Daily

HAL को भारत ने दिया 120 तेजस Mk2 फाइटर जेट्स का ऑर्डर, जो इन बड़े विमानों को भी करेगा रिप्लेस, जानें क्या है इसकी खासियत

भारत ने HAL को 120 तेजस Mk2 लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दिया है, जो पुराने MiG-29, Mirage-2000 और Jaguar विमानों की जगह लेंगे. अंतिम ऑर्डर 200 से अधिक होने की संभावना है. HAL हर साल 24 से 30 विमान सौंपेगा और इंजन भारत में ही बनाए जाएंगे. पहला तेजस Mk2 वर्ष 2027 में उड़ान भरेगा जबकि बड़े पैमाने पर उत्पादन 2031 से शुरू होगा. यह सौदा आत्मनिर्भर भारत और सैन्य आधुनिकीकरण की दिशा में एक अहम कदम है.

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Edited By: Km Jaya
Mk2 fighter jet
Courtesy: Social Media

Indian airforce Deal: भारत ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को 120 तेजस Mk2 लड़ाकू विमानों का बड़ा ऑर्डर दिया है. अनुमान है कि यह संख्या 200 से अधिक भी हो सकती है. इन विमानों को भारतीय वायुसेना (IAF) में शामिल किया जाएगा ताकि पुराने MiG-29, Mirage-2000 और Jaguar जैसे विमानों की जगह ली जा सके. इस सौदे को भारत के सैन्य आधुनिकीकरण और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक वायुसेना आने वाले वर्षों में लगभग 230 पुराने विमानों को रिटायर करेगी. जिनमें फ्रांस के Mirage-2000, रूस के MiG-29 और एंग्लो-फ्रेंच Jaguar शामिल हैं. तेजस Mk2 को इनकी जगह पर शामिल किया जाएगा, जिससे वायुसेना की क्षमता में नया आयाम जुड़ जाएगा.

HAL की उत्पादन योजना

भारतीय वायुसेना ने शुरुआती तौर पर 120 विमानों का ऑर्डर दिया है. HAL पहले से तेजस Mk1A के लिए तीन असेंबली लाइन तैयार कर चुका है. रिपोर्ट के अनुसार, HAL हर साल 30 विमान वायुसेना को सौंपेगा. तेजस Mk2 के लिए शुरुआती उत्पादन दर 24 विमान प्रति वर्ष तय की गई है. इसके हिसाब से 2036 तक 120 विमान सौंपे जा सकते हैं. अगर ऑर्डर बढ़ कर 200 से अधिक हुआ तो HAL  हर साल 30 विमान तैयार करेगा.

तेजस Mk2 की खासियत

तेजस Mk2 एक 4.5 पीढ़ी का मध्यम वजन वाला मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है. यह तेजस Mk1A से अधिक आधुनिक और शक्तिशाली है. इसमें जनरल इलेक्ट्रिक का F414 इंजन लगाया जाएगा, जो इसे अतिरिक्त ताकत देगा. विमान में स्वदेशी उत्तम AESA रडार लगाया जाएगा, जिससे लक्ष्य साधने और निगरानी की क्षमता और मजबूत होगी. यह विमान भारत की लंबी दूरी की अस्त्र मिसाइल समेत आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम होगा. इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह मौजूदा विमानों और भविष्य के पांचवीं पीढ़ी के AMCA विमान के बीच की तकनीकी खाई को पाट सके.

कब होगी पहली उड़ान?

HAL और अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के बीच समझौते के तहत तेजस Mk2 का इंजन भारत में ही तैयार किया जाएगा. यह आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी. तेजस Mk2 की पहली उड़ान वर्ष 2027 में होने की संभावना है. इसके बाद सीरियल प्रोडक्शन 2031 से शुरू होगा. इस तरह आने वाले वर्षों में भारतीय वायुसेना को समय पर आधुनिक विमान मिलने लगेंगे और उसकी युद्ध क्षमता और भी मजबूत हो जाएगी.