Electoral Bond: सैंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग कंपनी से TMC को 540 करोड़ रुपये का चुनावी बांड मिला है. जिसके बाद TMC लॉटरी किंग्स फर्म से सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड प्राप्त करने वाली लाभार्थी बन गई है. वहीं BJP को इस कंपनी से 100 करोड़ रुपये मिले है. इस कंपनी ने डीएमके, वाईएसआर कांग्रेस, बीजेपी और कांग्रेस के अलावा सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को भी चुनावी बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदा दिया है.
अप्रैल 2019 से लेकर जनवरी 2022 के बीच सैंटियागो मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने कुल 1,368 करोड़ रुपये का चुनावी बॉन्ड अलग-अलग राजनीतिक दलों को दिया है. सैंटियागो मार्टिन की कंपनी ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को 509 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को करीब 160 करोड़ रुपये, बीजेपी को 100 करोड़ रुपये और कांग्रेस को 50 करोड़ रुपये दिए. वहीं सिक्किम की दोनों पार्टियों सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रांट को फर्म से 10 करोड़ रुपये से भी कम चुनावी चंदे मिले है.
966 करोड़ देने वाली दूसरी सबसे बड़ी दानकर्ता मेघा इंजीनियरिंग है. जिसने मुख्य रूप से बीजेपी, BRS और DMK को दान दिया है. इसने बीजेपी को 584 करोड़ का चंदा दिया है. राजनीतिक दलों को तीसरा सबसे बड़ा दानकर्ता क्विक सप्लाई ने 2021-22 और 2023-24 के बीच 410 करोड़ के चुनावी बांड खरीदे. इसने बीजेपी को 395 करोड़ और शिवसेना को 25 करोड़ दिए. बीजेपी चुनावी बांड योजना की सबसे बड़ी लाभार्थी है, जिसे 6000 करोड़ से अधिक का चुनावी चंदा मिला है.
TMC को केवेंटर्स फूड पार्क, एमकेजे एंटरप्राइजेज और मदनलाल लिमिटेड तीन फर्मों से 346 करोड़ मिले हैं. वहीं वेदानटा ने 226 करोड़ और हल्दिया एनर्जी ने 81 करोड़ का चुनावी बॉन्ड मिला है. वेदांता से कांग्रेस को 125 करोड़ रुपये का चंदा दिया. वहीं बीजेपी को वेस्टर्न यूपी पावर एंड ट्रांसमिशन कंपनी से 80 करोड़ रुपये और वेलस्पन से 42 करोड़ रुपये का चंदा मिला है. उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल ने बीजेपी को ₹ 35 करोड़ का चंदा दिया.
आम आदमी पार्टी को स्पाइसजेट और टेक महिंद्रा से चंदा मिला. मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बजाज ऑटो लिमिटेड, टेक महिंद्रा लिमिटेड, स्पाइसजेट लिमिटेड, डेरिव ट्रेडिंग एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, वर्धमान टेक्सटाइल्स लिमिटेड और वीएम सालगांवकर कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड उन प्रमुख कंपनियों में से थी, जिन्होंने चुनावी बॉन्ड के जरिए अलग-अलग दलों को चुनावी चंदा दिया है.