उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह यादव के परिवार का गढ़ माना जाता है. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुब्रत पाठक ने यहां से अखिलेश यादव की पत्नी को चुनाव हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया था. इस बार सुब्रत पाठक को चुनौती देने के लिए खुद अखिलेश यादव मैदान में उतर गए हैं. इस पर सुब्रत पाठक कहते हैं कि अब कन्नौज में वह माहौल नहीं रह गया जो पहले हुआ करता था.
कन्नौज सीट से ही तीन बार सांसद रह चुके अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बन जाने के बाद यह सीट अपनी पत्नी डिंपल यादव के लिए छोड़ दी थी. डिंपल यादव भी यहां से दो बार सांसद रहीं लेकिन 2019 में सुब्रत पाठक ने यहां गेम पलट दिया. कन्नौज के बारे में अखिलेश यादव कहते हैं, '2012 तक मैं यहां से सांसद था, उसके बाद अब फिर से यहां लड़ने आया हूं. चाहे मैं यहां से सांसद रहा हूं या ना रहा हूं, मैं हमेशा यहां के लोगों के बीच रहा हूं.'
वहीं, अखिलेश यादव को चुनौती दे रहे सुब्रत पाठक कहते हैं, 'अब मैच है भारत और पाकिस्तान के बीच में. स्वाभाविक है कि वर्ल्ड कप में हर बार भारत ही जीतता है. पाकिस्तान का मतलब कोई देश नहीं एक सोच है. पाकिस्तान मतलब नफरत, लूट, झूठ और आतंकवाद है. तभी तो ये लोग माफिया के घर जाकर फातिहा पढ़ते हैं.'