Robert Vadra Land Case: प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ हरियाणा के शिकोहपुर जमीन घोटाले मामले में चार्जशीट दाखिल की है. यह मामला वर्ष 2018 से जुड़ा है, जिसमें वाड्रा और कई अन्य पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी द्वारा दाखिल की गई इस पूरक चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है. मामला उस समय चर्चा में आया था जब सितंबर 2018 में वाड्रा, हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ और एक प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
ईडी के अनुसार, वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में गुरुग्राम के शिकोहपुर क्षेत्र में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी. इसके कुछ समय बाद ही, यह जमीन डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी गई. ईडी को संदेह है कि इस जमीन सौदे के जरिए अवैध रूप से भारी मुनाफा कमाया गया और मनी लॉन्ड्रिंग की गई.
प्रवर्तन निदेशालय ने इस सौदे की गहराई से जांच करते हुए दावा किया है कि लेन-देन में कई अनियमितताएं पाई गई हैं और पूरे ट्रांजैक्शन की मनी ट्रेल पर सवाल खड़े किए गए हैं. एजेंसी ने इस सौदे को संदिग्ध मानते हुए आय के स्रोत की जांच शुरू की थी, जिसमें अब पूरक चार्जशीट दाखिल की गई है.
वहीं, रॉबर्ट वाड्रा ने पूर्व में इन सभी आरोपों को राजनीतिक षड्यंत्र बताया था और खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने यह भी कहा था कि उनके खिलाफ कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और उनका मकसद कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करना है. अब जब ईडी ने पूरक चार्जशीट दाखिल कर दी है, तो इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया तेज हो सकती है. वाड्रा के खिलाफ आरोपों की वैधता और जांच की दिशा आने वाले समय में स्पष्ट होगी.