Advisory To Media Channels By Ministry Of Defence: भारत के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को सभी मीडिया आउटलेट्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और व्यक्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है. मंत्रालय ने कहा है कि रक्षा संचालन और सैनिकों की गतिविधियों का लाइव कवरेज या रीयल-टाइम रिपोर्टिंग नहीं करनी चाहिए. इसका उद्देश्य ऑपरेशनल सुरक्षा और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
रक्षा मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा, 'सभी मीडिया चैनल्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और व्यक्तियों से आग्रह किया गया है कि वे रक्षा ऑपरेशंस और सुरक्षा बलों की गतिविधियों का लाइव कवरेज या रीयल-टाइम रिपोर्टिंग न करें. ऐसे संवेदनशील या सोर्स बेस्ड जानकारी का खुलासा ऑपरेशनल कार्यक्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है और जवानों की जान को खतरे में डाल सकता है.'
All media channels, digital platforms and individuals are advised to refrain from live coverage or real-time reporting of defence operations and movement of security forces. Disclosure of such sensitive or source-based information may jeopardize operational effectiveness and…
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) May 9, 2025
रक्षा मंत्रालय ने 26/11 हमले और कंधार हाइजैकिंग जैसी घटनाओं से सबक लेने की सलाह दी है. सरकार ने लिखा कि पूर्व में कारगिल युद्ध, 26/11 हमले और कंधार हाइजैकिंग जैसी घटनाओं से यह साबित हो चुका है कि जल्दबाजी में रिपोर्टिंग करना खतरनाक हो सकता है.
2021 के केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियमों के क्लॉज 6(1)(p) के मुताबिक, आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान केवल अधिकृत अधिकारियों द्वारा नियमित ब्रीफिंग दी जा सकती है. सभी संबंधित पक्षों से आग्रह किया गया है कि वे कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी बरतें और देश की सेवा में उच्चतम मानकों का पालन करें.
सीमा क्षेत्रों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे तनाव बढ़ गया. भारतीय सेना ने तुरंत जवाब दिया और इन हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया. उस दिन पहले, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में नागरिक और सैन्य दोनों ही जगहों पर निशाना बनाने वाली मिसाइलों और हथियारों को रोक दिया था.