Congress MP Dheeraj Sahu IT Raid: ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिसरों से जब्त की गई बेहिसाब नकदी की गिनती रविवार को 351 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. दावा किया जा रहा है कि किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में काले धन की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है. हालांकि अभी भी आयकर विभाग की रेड जारी है.
जानकारी के मुताबिक, ये छापेमारी 6 दिसंबर को शुरू हुई. अब तक अधिकारियों ने कुल 176 नकदी बैग में से 140 बैग की गिनती पूरी कर ली है. अधिकारियों की ओर से कहा जा रहा है कि बरामद नकदी की गिनती जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश है. भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि उन्हें 176 बैग नकदी मिली है, जिनमें से 140 की गिनती कर ली गई है. तीन बैंकों के 50 अधिकारी और 40 मशीनें गिनती प्रक्रिया में लगाई गई है.
भगत बेहरा ने कहा कि अधिकारी रविवार देर रात तक गिनती पूरी करने की कोशिश करते रहे, क्योंकि सोमवार से सामान्य बैंकिंग घंटे शुरू हो जाएंगे और मशीनों को वापस बैंक लाना होगा. हालांकि गिनती के लिए अभी भी बड़ी मात्रा में नकदी बची होने के कारण अधिकारियों ने प्रक्रिया को तेज करने के लिए अतिरिक्त काउंटिंग मशीनों और लोगों को शामिल किया.
भगत बेहरा के अनुसार काउंटिंग मशीनों में आने वाली किसी भी तकनीकी समस्या से निपटने के लिए इंजीनियर भी मौजूद हैं. रविवार को सामने आए कई दृश्यों में अधिकारियों को कांग्रेस सांसद धीरज साहू की संपत्तियों से बरामद कैश के बंडलों को गिनते हुए दिखाया गया है. अधिकांश नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों से बरामद की गई थी.
कथित तौर पर धीरज साहू का परिवार एक प्रमुख शराब निर्माण व्यवसाय में शामिल है और वह ओडिशा में ऐसी कई फैक्ट्रियों का मालिक है. इस बीच भारी मात्रा में कैश बरामद होने के बाद कांग्रेस ने धीरज साहू से दूरी बना ली है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस किसी भी तरह से सांसद धीरज साहू के कारोबार से जुड़ी नहीं है. इसी के साथ-साथ ओडिशा की बीजद सरकार ने भी साफ तौर पर कहा है कि धीरज साहू से उनकी पार्टी के लोगों को कोई लेनादेना नहीं है. जो गलत करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.