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India Daily

'अगले 20 साल तक वहीं बैठने वाले हैं. ये बाहरियों को सुनते हैं', एस. जयशंकर के बचाव में शाह ने विपक्ष को सुनाई खरी खोटी

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मुझे आपत्ति है कि उन्हें (विपक्ष को) भारत के विदेश मंत्री पर विश्वास नहीं है, लेकिन किसी और देश पर है. मैं समझ सकता हूँ कि उनकी पार्टी में 'विदेश' का कितना महत्त्व है.'

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Edited By: Kuldeep Sharma
AMIT SHAH
Courtesy: WEB

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा 'मुझे आपत्ति है कि विपक्ष को भारत के विदेश मंत्री पर विश्वास नहीं है, लेकिन किसी और देश पर है. मैं समझ सकता हूँ कि उनकी पार्टी में 'विदेश' का कितना महत्त्व है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि उनकी पार्टी की सारी बातें इस सदन पर थोप दी जाएं.

दरअसल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 17 जून के बीच कोई भी फोन वार्ता नहीं हुई थी. इस बयान पर विपक्षी दलों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया. तभी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा, "यहां देश के विदेश मंत्री खड़े होकर बयान दे रहे हैं, लेकिन विपक्ष को उन पर भरोसा नहीं है. उन्हें किसी बाहरी देश की बात पर ज़्यादा यकीन है. मैं समझ सकता हूँ कि उनकी पार्टी में 'विदेश' का कितना महत्त्व है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि उनकी पार्टी की सारी बातें इस सदन पर थोप दी जाएं. यही वजह है कि वे विपक्ष की बेंचों पर बैठे हैं, और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठे रहेंगे."