नई दिल्ली: यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने अलग-अलग मुद्दों के जरिए सरकार को घेरने की कोशिश की. योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "सपा को 2024 लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने वाली है. जनता ने आप पर भरोसा नहीं किया इसलिए विधानसभा में उन्होंने आपको खारिज कर दिया और वोट नहीं दिया. सूबे की जनता ने एक बार फिर 2024 लोकसभा चुनाव में आप लोगों को खारिज कर देगा.आप लोगों का खाता भी नहीं खुलने वाला है"
सीएम योगी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि इंसेफेलाइटिस ने 40 साल की अवधि में पूर्वी उत्तर प्रदेश में 50,000 बच्चों की जान चली गयी. समाजवादी पार्टी को राज्य में चार बार शासन करने का अवसर मिला. यह चिंताजनक बात है कि मृतक बच्चों में से 90 प्रतिशत बच्चे दलित, अल्पसंख्यक और सबसे पिछड़ी जातियों से थे. क्या यहां कोई पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) नहीं था? तब मुख्यमंत्री क्या कर रहे थे? हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह खत्म कर दिया है. हमने इंसेफलाइटिस को भगाने में पीडीए नहीं देखा और समान भाव से काम किया.गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर, बस्ती, बहराईच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, पीलीभीत, लखीमपुर और सहारनपुर में अब इंसेफेलाइटिस नहीं है.
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विधानसभा में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि "राज्य के लोग विपक्ष के लिए सिर्फ एक वोट बैंक हैं लेकिन बीजेपी के लिए वे एक परिवार की तरह हैं.राज्य के भीतर 10 करोड़ लोग आयुष्मान भारत से लाभान्वित हो रहे हैं. यह आपके लिए जाति का मुद्दा हो सकता है या यह वोट बैंक का मुद्दा हो सकता है लेकिन हमारे लिए यूपी का नागरिक परिवार का हिस्सा है. हमें एक जर्जर व्यवस्था विरासत में मिली है. इसे सुधारने में बेशक समय लगेगा"
नेता विरोधी सदन अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. इस हमले का जवाबी पलटवार करते हुए सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश यादव को जमीनी हकीकत की कोई जानकारी नहीं है. क्योंकि जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो गरीब के दर्द को क्या समझेंगे. उन्होंने कहा कि वो गरीब, किसान की पीड़ा को क्या समझेंगे"