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आकाश आनंद... लंदन में पढ़ाई से लेकर BSP में एंट्री तक, जानें मायावती के भतीजे का पूरा सफरनामा

आज लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया है. यानी आकाश आनंद अब पूरी तरह से पार्टी के बागडोर संभालेंगे.

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Naresh Chaudhary
BSP, Akash Anand, Mayawati

हाइलाइट्स

  • 28 साल के हैं आकाश आनंद, कई बार पार्टी कार्यक्रमों में नजर आते हैं 
  • 2024 लोकसभा चुनावों को देखते हुए दी गई बड़ी जिम्मेदारी

BSP New Successor Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी... उत्तर प्रदेश में कभी सरकार में हुआ करती थी, लेकिन साल 2012 के बाद से बसपा सत्ता से बाहर है. इतना ही नहीं, पार्टी के विधायकों और सांसदों की संख्या भी न के बराबर रह गई है. बसपा सुप्रीमो कई मौकों पर पार्टी में जान फूंकने की कोशिश करती हैं. ताजा घटनाक्रम की बात करें तो आज लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया है. यानी आकाश आनंद अब पूरी तरह से पार्टी के बागडोर संभालेंगे. तो जानते हैं आकाश आनंद का लंदन में पढ़ाई से लेकर बसपा में एंट्री तक का पूरा सफर....

28 साल के आकाश आनंद को कई बार पार्टी कार्यक्रमों में देखा गया 

बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद, जिन्हें रविवार को मायावती ने अपना उत्तराधिकारी नामित किया, वो पिछले साल से राजस्थान में पार्टी के मामलों के प्रभारी हैं. 28 साल के आकाश आनंद को कई मौकों पर पार्टी हलकों में देखा गया है और वह बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक के आधिकारिक पद पर भी हैं. आकाश आनंद के आधिकारिक एक्स अकाउंट के अनुसार वह खुद को बाबा साहेब के दृष्टिकोण का एक युवा समर्थक बताते हैं.

2024 लोकसभा चुनावों को देखते हुए दी गई बड़ी जिम्मेदारी!

इस साल अगस्त से लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में आकाश आनंद की मौजूदगी को साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में उनके बढ़ते कद का एक और उदाहरण देखा गया. लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यह बैठक मायावती की अध्यक्षता में बुलाई गई थी. उसी महीने आकाश आनंद ने पार्टी की 14 दिवसीय 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय संकल्प यात्रा' का भी नेतृत्व किया था.

जनवरी 2019 में मायावती ने कराई थी आकाश की बसपा में एंट्री

जनवरी 2019 में मायावती ने आकाश आनंद की बसपा में एंट्री का ऐलान किया था. हालांकि उसी समय मायावती ने भी भाई-भतीजावाद के आरोपों का प्रतिवाद किया और मीडिया को बताया कि आनंद ने पार्टी में उपाध्यक्ष का पद नहीं लेने का फैसला किया है. मायावती ने कहा था कि मैंने आनंद को उपाध्यक्ष नियुक्त किया था, लेकिन भाई-भतीजावाद के कारण उन्होंने खुद यह पद नहीं लेने का फैसला किया. दुर्भाग्य से आकाश को मेरे जन्मदिन पर देखे जाने के बाद कुछ चैनलों ने उन्हें पार्टी के भविष्य के चेहरे के रूप में पेश किया था.

भाई आनंद कुमार को मायावती ने बनाया था पार्टी उपाध्यक्ष

इसके बाद जून में मायावती के भाई आनंद कुमार को पार्टी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया, जबकि भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया. साल 2019 में आकाश आनंद ने अपनी पहली राजनीतिक रैली को संबोधित करते हुए लोगों को समाजवादी पार्टी-बसपा-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया था, जब चुनाव आयोग ने मायावती पर 48 घंटे का अभियान प्रतिबंध लगाया था. 

गुरुग्राम में भतीजे आकाश आनंद की शादी में बसपा प्रमुख मायानती.
गुरुग्राम में भतीजे आकाश आनंद की शादी में बसपा प्रमुख मायानती.

डॉक्टर हैं आकाश आनंद की पत्नी प्रज्ञा

आकाश आनंद ने मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. बताया गया है कि आनंद कुमार एक सरकारी विभाग में बाबू हुआ करते थे, लेकिन बाद में वे नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए. आकाश की स्कूलिंग नोएडा से हुई है. जबकि हायर एजुकेशन के लिए वे विदेश गए. बताया जाता है कि आनंद ने लंदन की प्लेमाउथ यूनिवर्सिटी से एमबीएम में अपना पोस्टग्रेजुएशन किया है. इसी साल मार्च में आकाश की शादी गुरुग्राम में हुई थी. उनकी पत्नी का नाम प्रज्ञा है. प्रज्ञा एक डॉक्टर हैं.