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‘गो बैक कंगना आप बहुत…’, वीडियो में देखें बाढ़ प्रभावित मनाली दौरे पर बीजेपी सांसद का जोरदार विरोध

भारी बारिश और बाढ़ से तबाह हुए हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली इलाके का दौरा करने पहुंचीं बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
kangna ranaut
Courtesy: social media

शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को जब कंगना रनौत मनाली उपमंडल के पटलीकूहल इलाके में बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचीं तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोग उनके देर से आने से नाराज थे और जैसे ही उनका काफिला वहां पहुंचा, भीड़ ने काले झंडे लहराते हुए 'गो बैक कंगना' और 'आप देर से आईं' जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए. विरोध के दौरान लोगों और बीजेपी नेताओं के बीच तीखी बहस भी हुई, जिसे शांत करने के लिए पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा.

कंगना रनौत ने दिन की शुरुआत मनाली उपमंडल के सोलंग और पलचान गांव से की थी, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर नुकसान का जायजा लिया. लेकिन जैसे ही वह पटलीकूहल पहुंचीं, माहौल बिगड़ गया. वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि ग्रामीणों ने उनका विरोध काले झंडे दिखाकर किया. इस दौरान लोगों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सांसद को आपदा के तुरंत बाद यहां आना चाहिए था, जबकि वह अब हफ्तों बाद पहुंची हैं.

बाढ़ और बारिश से तबाही

25 और 26 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश ने कुल्लू और मनाली क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया. अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया और उसका तेज बहाव एक बहुमंजिला होटल और चार दुकानों को बहा ले गया. मनाली-लेह हाईवे और चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया. मनाली का राइट बैंक रोड, जो कुल्लू शहर और बस स्टैंड से जुड़ता है, पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है.

घर और संपत्ति को नुकसान

कुल्लू जिले के रामशेले क्षेत्र में एक घर ढह गया, जबकि मनाली के पास 14 मील क्षेत्र में पानी घरों के भीतर घुस गया. पटलीकूहल स्थित एक मत्स्य फार्म को भी भारी नुकसान पहुंचा. नदियों और नालों के उफान से कई इलाकों में बस्तियां संकट में आ गईं. प्रशासन के मुताबिक, 15 से 16 घरों को खतरे के कारण खाली कराया गया है और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.

स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों से मुलाकात

दौरे के दौरान कंगना रनौत को बीजेपी नेता और पूर्व विधायक गोविंद सिंह ठाकुर ने नुकसान का ब्योरा दिया. उन्होंने सांसद को बताया कि कई परिवारों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है. ग्रामीणों ने कंगना को चेताया कि सोलंग गांव की स्थिति बेहद नाजुक है क्योंकि ब्यास नदी पहाड़ी को काट रही है, जिस पर गांव बसा हुआ है. उन्होंने आग्रह किया कि नदी के बहाव को नियंत्रित करने के लिए तुरंत चैनलाइजेशन की जरूरत है, वरना पूरे गांव पर खतरा मंडरा सकता है.

राजनीतिक और सामाजिक संदेश

कंगना रनौत के इस दौरे ने एक बार फिर राजनीति और जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि संकट के समय नेताओं को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचना चाहिए और राहत कार्यों की निगरानी करनी चाहिए. हालांकि, सांसद ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया और आश्वासन दिया कि वह स्थानीय लोगों की आवाज सरकार तक पहुंचाएंगी. लेकिन विरोध प्रदर्शन यह संकेत दे गया कि जनता अब केवल आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई चाहती है.