अब से कुछ ही देर में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. मोदी के शपथ लेने से पहले एनडीए के सहयोगी दलों टीडीपी और जेडीयू द्वारा कैबिनेट में ऊंचे पदों की मांग जारी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान ने एनडीए के सहयोगी दलों को हिदायत दी है कि वह एक 'उचित सीमा' में अपनी मांगों को रखें. हालांकि भाजपा ने अपने सहयोगियों को यह भरोसा भी दिलाया है कि बाद में सही समय आने पर उनकी मांगों पर उचित विचार किया जाएगा.
मोदी रचने जा रहे इतिहास
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने जा रहे हैं. जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी देश के एकमात्र ऐसे नेता होंगे जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए को 293 सीटें मिली थीं. इस चुनाव में भाजपा अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा छूने से चूक गई और अब उसे अपने सहयोगियों के बूते सरकार बनानी पड़ रही है.
क्या महत्वपूर्ण मंत्रालय सहयोगियों को सौंप देगी भाजपा
रिपोर्ट के मुताबिक, गृह, रक्षा, वित्त, विदेश सहित ज्यादातर महत्वपूर्ण मंत्रालय इस बार भाजपा के पास नहीं रहेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा अपने पास शिक्षा, संसदीय मामले, संस्कृति, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रख सकती है.
कौन-कौन होगा मोदी कैबिनेट में शामिल
रिपोर्ट के मुताबिक, टीडीपी और जेडीयू से एक कैबिनेट मंत्री पद और एक जूनियर मंत्री पद को लेकर समझौता करने को कहा गया है. कथित तौर पर श्रीकाकुलम से टीडीपी के सांसद मोहन नायडू को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
वहीं जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह 'लल्लन' और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र संजय झा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शाम करीब साढ़े सात बजे पीएम मोदी और मोदी के मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी.