दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या के प्रयास को पंजाब को बदाम करने की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि यह घटना पंजाब को बदनाम करने के लिए एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है. उन्होंने कहा कि शिअद नेता की हत्या करने की कोशिश की गई लेकिन पंजाब पुलिस की तत्परता ने इस साजिश को नाकाम कर दिया.
यह घटना एक विकराल रूल ले सकती थी
Assassination bid on former Punjab Dy CM #SukhbirSinghBadal.
— Tawqeer Hussain (@tawqeerhussain) December 4, 2024
Man attempts to shoot SAD's Sukhbir Badal outside Golden Temple.
Badal was performing the duty of 'sewadar' outside the Golden Temple, as religious punishment given to to him by the Akal Takht. pic.twitter.com/rqOCnZZJ8B
साजिश के संकेत
केजरीवाल ने पंजाब पुलिस की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि इस घटना ने दुनिया को यह उदाहरण दिखाया है कि कैसे कानून-व्यवस्था को बनाए रखते हुए एक बड़े अपराध को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने के लिए बड़ी साजिश रची जा रही है और इसमें शक्तिशाली तत्व शामिल हैं.
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि जैसे ही यह घटना हुई, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाने लगे, लेकिन वे इस तथ्य को नजरअंदाज कर गए कि एक बड़ी त्रासदी को समय रहते रोका गया था.
दिल्ली के हालातों को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जब दिल्ली में खुलेआम हत्याएं हो रही हैं, शूटआउट हो रहे हैं, गैंगस्टरों का कब्जा बढ़ रहा है, मादक पदार्थों का कारोबार हो रहा है, और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं, तब भाजपा मौन रहती है. उन्होंने कहा, 'जब दिल्ली में अपराध की घटनाएं हो रही हैं, तो बीजेपी का कोई भी नेता आवाज नहीं उठाता लेकिन जैसे ही पंजाब में कुछ होता है, वे तुरंत कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाने लगते हैं.'
सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला
बुधवार को सुखबीर सिंह बादल पर उस समय हमला हुआ जब वे अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा कार्य कर रहे थे. इस दौरान वह व्हीलचेयर पर बैठे हुए थे क्योंकि उनकी टांग में फ्रैक्चर था, तभी एक व्यक्ति ने उन पर गोली चलाने की कोशिश की. हमलावर ने अपना हथियार बाहर निकाला और सुखबीर सिंह बादल की ओर तान दिया लेकिन भाग्यवश, गोली मिस हो गई और दीवार में लग गई. उस समय पास खड़ा एक व्यक्ति ने तुरंत हमलावर को पकड़ लिया और उसकी बंदूक छीन ली.
हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है, जिसे मौके पर ही काबू कर लिया गया. इस हमले के बावजूद, सुखबीर सिंह बादल सुरक्षित रहे और इस घटना में किसी प्रकार की गंभीर हानि नहीं हुई.