Rameshwaram Cafe Reopens: बेंगलुरु का रामेश्वरम कैफे एक बार फिर स्वाद के दीवानों के लिए खोल दिया गया है. 1 मार्च को हुए 'IED' ब्लास्ट के बाद एक बार फिर से यहां 'स्वाद का तड़का' लगने लगा है. कैफे में हुए आईईडी धमाके में करीब 9 लोग घायल हो गए थे. रामेश्वरम कैफे के एंट्री गेट पर केले के पत्ते, गेंदा फूल की माला लटकी देखी गई. इसके बाद पारंपरिक ड्रेस में पुजारी भी पहुंचे और मंत्रोच्चारण के साथ रामेश्वरम कैफे को एक बार फिर से खोल दिया गया.
बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड में रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट के एक हफ्ते बाद, संस्थापक, कर्मचारी कैफे में उत्साह के साथ पहुंचे. शुक्रवार को, कैफे के संस्थापक, दिव्या राघवेंद्र राव और राघवेंद्र राव भी यहां पहुंचे. दोगुने उत्साह के साथ कर्मचारियों के साथ काम में जुट गए.
कैफे की संस्थापक दिव्या ने कहा कि शनिवार सुबह 6 बजे से इस स्वाद के दीवानों के लिए खोल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कैफ़े पर हमले से हमारा उत्साह कम नहीं हुआ है. इसने हमें एकजुट किया और हमें मजबूती से लड़ने के लिए मजबूर किया. आज फिर से किया गया उद्घाटन, हमलेके प्रति हमारा जवाब है. ये एक संदेश भी देता है कि भारतीय ऐसे हमलों से डरेंगे नहीं.
एक मार्च को हुए हमले में 9 लोगों के घायल होने के अलावा, कैफे में भी काफी नुकसान हुआ था. हालांकि, ये सिर्फ हैंडवॉश एरिया तक सीमित था. ब्लास्ट में हैंडवॉश एरिया का छत, कैश काउंटर को नुकसान हुआ था. हालांकि एक बार फिर से कैफे के खुलने के बाद यहां सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा मजबूत कर दी गई है.
संस्थापक राघवेंद्र ने कहा कि 1500 लोगों वाला कैफे परिवार अब हाई अलर्ट पर रहेगा. उन्होंने कहा कि एक मार्च को जो हमला हुआ था, वो हमारे लिए एक चेतावनी के समान थी कि हम अपनी सुरक्षा को और कड़ा करें. हमने अपने सुरक्षा उपायों को अचूक बनाने के बारे में सलाह देने के लिए 4 रिटायर्ड सेना के जवानों को भर्ती किया है. ये सेवानिवृत्त जवान, कर्मचारियों को हर समय सतर्क रहने के लिए प्रशिक्षित भी करेंगे. उन्होंने कहा कि अब दो मेटल डिटेक्टर और 25 और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
उन्होंने अन्य होटलों और रेस्तरांओं से भी मेटल डिटेक्टर लगाने पर विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने कैफे के कर्मचारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे 'खोया और पाया' व्हाट्सएप ग्रुप में 10 मिनट से अधिक समय तक लावारिस पड़े किसी भी बैग की रिपोर्ट करें.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कैफे के संस्थापक राघवेंद्र ने कहा कि धमाके के बाद एक भी कर्मचारी नहीं डरा और न हमें छोड़कर गया. उधर, कैफे स्टाफ के एक सदस्य ने कहा कि धमाके के बाद राघवेंद्र सर ने हमारे साथ एक बैठक की. वे काफी भावुक थे. उन्होंने बस इतना कहा कि हम एक नया रामेश्वरम कैफे बनाने जा रहे हैं.
अपने कर्मचारियों की सराहना करते हुए, राघवेंद्र ने भी कहा कि धमाके के बाद एक स्टाफ को चोट लगी थी और खून निकल रहा था. फिर भी, उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि हमें विस्फोट के अगले दिन कैफे को फिर से खोलना चाहिए. ऐसे प्रतिबद्ध कर्मचारियों ने हमें एक सप्ताह के भीतर दोबारा कैफे को खोलने के लिए प्रेरित किया.