Sandeshkhali Row: पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में मतदान से कुछ दिन पहले, भाजपा की महासचिव और संदेशखली कार्यकर्ता सीरिया परवीन तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं. सीरिया ने पार्टी से इस्तीफा देने और टीएमसी ज्वाइन करने के बाद अपनी पूर्व पार्टी पर संदेशखाली घटना की स्क्रिप्ट लिखने का आरोप लगाया. सीरिया परवीन उन महिलाओं में शामिल हैं, जो संदेशखाली की घटना को सामने लेकर आई थीं.
टीएमसी ज्वाइन करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीरिया परवीन ने भाजपा पर बशीरहाट लोकसभा सीट से उम्मीदवार रेखा पात्रा को पैसे देने का भी आरोप लगाया. बशीरहाट में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. वोटिंग से ठीक पहले परवीन की ओर से भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
परवीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संदेशखली और बशीरहाट में मैंने उन महिलाओं के साथ रहने की कोशिश की, जिन्होंने छेड़छाड़ और उत्पीड़न का आरोप लगाया था. मैं सच्चाई के लिए लड़ रही थी. बाद में मैंने देखा कि ये केवल एक कहानी, एक स्क्रिप्ट थी. इसमें मोबाइल, मीडिया और पैसे का इस्तेमाल किया गया था और उन्होंने (भाजपा नेताओं ने) इसके निर्देश दिए थे.
उन्होंने कहा कि भाजपा, टीएमसी के खिलाफ लड़ती है. जब मुझे पता चला कि टीएमसी के लोग और नेता निष्पक्ष हैं और उन्होंने कोई गलती नहीं की है, तब मैंने फैसला किया कि मैं फर्जी चीजों के साथ आगे नहीं बढ़ूंगी. परवीन ने ये भी दावा किया कि उनके पास ये साबित करने के लिए कई सबूत हैं कि संदेशखाली घटना की स्क्रिप्ट भाजपा नेताओं ने लिखी थी.
परवीन ने भाजपा नेताओं पर संदेशखली की महिलाओं को बहकाने का भी आरोप लगाया. इस साल की शुरुआत में संदेशखली तब सुर्खियों में आया था जब कई महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था. टीएमसी से निष्कासित नेताओं पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. बशीरहाट लोकसभा सीट पर टीएमसी के हाजी नूरुल इस्लाम और भाजपा की रेखा पात्रा के बीच मुकाबला है.