नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की सत्ता के सिंहासन पर कौन राज करेगा इसका फैसला 3 दिसंबर को होगा. शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर कमलनाथ वापसी करेंगे. इससे पहले प्रदेश के दोनों ही विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. इस बीच कमलनाथ ने एक बार फिर कांग्रेस की विजय का विश्वास जताते हुए अपने कार्यकर्ताओं से मतगणना वाले दिन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय रहने का आह्वान किया है. उन्होने कहा है कि वे मतगणना वाले दिन पूरे समय प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उपस्थित रहने के साथ सबके संपर्क में भी रहेंगे.
'मध्य प्रदेश में नया प्रभात होगा'
कमलनाथ ने कहा कि यह उत्साह और आत्मविश्वास का समय है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया करीब डेढ़ महीने पहले प्रारंभ हुई थी और कल 3 दिसंबर को मतगणना के साथ यह संपन्न हो जाएगी. आपने हर चरण पर मन, वचन और कर्म से पार्टी और लोकतंत्र की जो सेवा की है, वह अतुलनीय है. कल इसी एकाग्रता और समर्पण से मतगणना की प्रक्रिया भी हम सबको मिलकर संपन्न करानी है. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में मैं स्वयं उपस्थित रहकर मतगणना की प्रक्रिया पर पूरी नजर रखूंगा और आप सबके सतत संपर्क में रहूंगा. 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश में नया प्रभात होगा. विश्वास रखिए विजय श्री कांग्रेस का वरण करने जा रही है.
प्रिय साथियो,
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 2, 2023
यह उत्साह और आत्मविश्वास का समय है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया करीब डेढ़ महीने पहले प्रारंभ हुई थी और कल 3 दिसंबर को मतगणना के साथ यह संपन्न हो जाएगी। आपने हर चरण पर मन, वचन और कर्म से पार्टी और लोकतंत्र की जो सेवा की है, वह अतुलनीय है।
कल इसी एकाग्रता…
क्या कहता है एक्जिट पोल?
चुवाव के बाद एक्जिट पोल में कुछ मध्य प्रदेश में बीजेपी की वापसी के संकेत दे रहे हैं तो कुछ कांग्रेस के आने की अनुमान लगा रहे हैं. शिवाराज सिंह चौहान दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार बनने जा रही है. बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान 17 नवंबर को हुआ. राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. उससे पहले एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर का अनुमान है. 8 एग्जिट पोल में से 4 भाजपा की सत्ता में वापसी करवा रहे हैं, जबकि 3 पोल कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जता रहे हैं.
निर्दलीय विधायकों की भूमिका महत्वपूर्ण
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस बार 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि साल 2018 के मतदान में ये आंकड़ा 75.05 प्रतिशत था. मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटों में से बहुमत का जादुई आंकड़ा 116 है. मतदान से पहले कुछ ओपिनियन पोल का कहना था कि यहां पिछली बार की तरह इस बार भी कोई दल बहुमत नहीं पाएगा. ऐसे में छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. हालांकि अब लोगों की नजर एक्जिट पोल पर है. इसमें तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी.