नई दिल्ली: ज्ञानवापी परिसर के दूसरे दिन का ASI सर्वे खत्म हो गयी है. सुबह 8 बजे से शुरू हुई ASI सर्वे की प्रकिया दो चरणों में शाम पांच बजे तक चली. सर्वे के दौरान परिसर में मुस्लिम पक्ष मौजूद रहा. ASI सर्वे के दूसरे दिन आज जांच टीम तहखाने के अंदर गई, जहां से कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं.
ज्ञानवापी मामले में याचिका दाखिल करने वाले हिन्दू पक्ष की वादिनी सीता साहू ने कहा कि तहखाने के अंदर से उम्मीद से ज्यादा हिन्दू चिन्ह मिले हैं. वहीं वादिनी चार महिलाओं के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि नंदी के सामने जो व्यास जी का तहखाना है वहां से मूर्तियों के अवशेष मिले हैं.
वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि ज्ञानवापी में मिल रहीं कलाकृतियां हमारे दावे के अनुकूल हैं. कलश, घंटियां, स्वास्तिक, हाथियों की आकृति मिली है. नंदी के ठीक सामने और वुजूखान के सामने व्यास जी का तहखाना है. अभी तक टीम वहां नहीं पहुंची है. उन्होंने कहा कि सर्वे में बहुत कुछ मिल रहा है.
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ज्ञानवापी के सर्वे के दौरान प्रशासन ने तहखाने को खोलने के लिए कहा. शुरुआत में अंजुमन इंतज़ामिया कमेटी ने तहख़ाने की चाभी नहीं दी लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मस्जिद के तहख़ाने का ताला खोला गया और फिर सर्वे टीम ने तहखाने में यहां पर हर एक चीज की बारीकी से जांच किया.
तहखाने का ताला खुलने के बाद हिंदू पक्ष से जुड़े सूत्रों का दावा है कि तहखाने में एक चार फीट की मूर्ति मिली है. जिस पर कुछ कला कृतियाँ हैं. ASI अपने हाईटेक इंस्ट्रूमेंट के ज़रिये मूर्ति के काल खण्ड का पता लगा रहा है. सूत्रों की मानें तो मूर्ति के अलावा एक दो फीट का त्रिशूल भी मिला है. साथ ही पांच कलश और कमल निशान आकृतियाँ दीवार पर मिली हैं.
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