दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग से अधिकारियों से मुलाकात की है. राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूचियों में कथित हेरफेर सहित तीन मुद्दे उठाए.
केजरीवाल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा, हमने चुनाव आयोग को बताया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक भाजपा सांसद ने मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए 30 से 40 नाम आवेदन दिए हैं. उन्होंने कहा, चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि एक भी फर्जी मतदाता को नहीं रहने दिया जाएगा. प्रत्येक वोट के बारे में गहन जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई की जाएगी.
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगा रही है कि वह नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले सांसदों और मंत्रियों के पते का उपयोग करके देश भर से वोटों को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरित कर रही है. भाजपा ने आरोपों को खारिज कर दिया है. एनडीटीवी से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने इसे "हास्यास्पद मामला" बताया.
'बंदूक की नोक पर बूथ कैप्चरिंग'
कल केजरीवाल ने मतदाता सूचियों में कथित अनियमितताओं के बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने "बंदूक की नोक पर बूथ कैप्चरिंग" की पिछली घटनाओं के साथ तुलना करते हुए कहा, आज दिल्ली में जो कुछ हो रहा है, वह उन दिनों की याद दिलाता है जब भारत में बंदूक की नोक पर बड़े पैमाने पर बूथ कैप्चरिंग होती थी. अगर भाजपा द्वारा 5,500 असली वोटों (कुल मतदाताओं का 5.5 प्रतिशत) को धोखाधड़ी से हटाने और 13,000 नकली वोटों (मौजूदा कुल मतदाताओं का 13 प्रतिशत) को जोड़ने का प्रयास सफल हो जाता, तो नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 18 प्रतिशत वोटों का स्थायी रूप से परिवर्तन हो जाता.
अवध ओझा का वोट होगा स्थानांतरित
चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आप प्रमुख ने बताया कि चुनाव आयोग ने पार्टी के पटपड़गंज उम्मीदवार अवध ओझा का वोट ग्रेटर नोएडा से दिल्ली स्थानांतरित करने की अनुमति दे दी है. अब वह नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे. मैं इसके लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं.