नई दिल्ली : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने INDIA गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि "जिस तरह से इंडिया एलायंस सनातन धर्म पर टिप्पणी कर रहा है वह अनुचित और निंदनीय है. उनका कहना है कि सनातन धर्म को नष्ट कर देना चाहिए. ये है भारत गठबंधन का असली चेहरा, जिसे मैं मध्य प्रदेश और देश की जनता के सामने रखना चाहता हूं. 28 पार्टियों का ये ग्रुप देश को विनाश के रास्ते पर ले जाना चाहता है और सत्य सनातन धर्म को खत्म करना है. इस गठबंधन का उद्देश्य भ्रष्टाचार फैलाना और तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाला है"
#WATCH INDIA गठबंधन जिस तरीके से सनातन धर्म पर टीका टिप्पणी कर रहा है, वो अनुचित है। इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है...देश को विनाश के पथ पर ले जाना, सनातन धर्म को नष्ट करना, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार व्यापक करना ही इस गुट(INDIA गठबंधन) का असली चेहरा है: केंद्रीय मंत्री… pic.twitter.com/RxzKTm5wag
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2023
"52 शहरों में G20 कार्यक्रम किए गए है आयोजित"
नई दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारी के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारी केवल 9 और 10 सितंबर तक ही सीमित नहीं है. यह पूरा साल G20 की भारतीय अध्यक्षता का साल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद हर कार्यक्रम में दिलचस्पी ली. पहले, अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम केवल नई दिल्ली, मुंबई और भारत के दो-तीन शहरों में आयोजित किए जाते थे. इस बार 52 शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. जिस पर हमें बहुत गर्व है"
"ग्वालियर उन शहरों में जहां G20 कार्यक्रम का हुआ आयोजन"
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे अपने बयान में कहा कि "उन 52 शहरों में ग्वालियर भी शामिल है. जहां G20 कार्यक्रम का आयोजन पिछले हफ्ते किया गया था और अब यह अंतिम चरण में पहुंच गया है. जहां दुनिया भर के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आखिरी तीन दिनों की बैठकों के लिए भारत में मौजूद रहेंगे. आज दुनिया भर के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भारत आ रहे हैं. भारत 9-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में नवनिर्मित भारत मंडपम में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. यह पहली बार है कि G20 शिखर सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में हो रहा है. इस कार्यक्रम में कई वैश्विक नेता और प्रतिनिधि शामिल होंगे. भारत की नरम शक्ति के साथ-साथ आधुनिक चेहरे को प्रदर्शित करने के इरादे से शिखर सम्मेलन के लिए व्यापक तैयारियां और व्यवस्थाएं की गई हैं"