Ahmedabad Plane Crash: भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो यानी एएआईबी ने एयर इंडिया की एक बड़ी विमान दुर्घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून को हुए अहमदाबाद हादसे में विमान के उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद, एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के दोनों इंजन लगभग एक सेकंड के अंतराल में बंद हो गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एएआईबी की 15-पृष्ठीय रिपोर्ट बताती है कि जब विमान 08:08:42 UTC पर 180 नॉट्स की गति तक पहुँचा, ठीक उसी समय इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच "रन" से "कटऑफ" स्थिति में बदल गए. इससे दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति बाधित हो गई, और इंजन की गति अचानक गिर गई.
इस गंभीर तकनीकी खामी के चलते विमान ऊँचाई प्राप्त नहीं कर सका और उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में नीचे गिर गया. इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों और चालक दल के 19 अन्य सदस्यों सहित कुल 260 लोगों की मौत हो गई.
रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) के हवाले से बताया गया है कि एक पायलट दूसरे से पूछता है कि “तुमने कटऑफ क्यों किया?”, जिस पर उत्तर मिला, “मैंने नहीं किया।” इससे पायलटों के बीच संभावित भ्रम या तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है.
एएआईबी ने बताया कि विमान के पिछले हिस्से में लगे विस्तारित एयरफ्रेम फ्लाइट रिकॉर्डर को काफी क्षति पहुंची है, जिससे पारंपरिक तरीकों से डेटा प्राप्त करना कठिन हो गया है. इसके अलावा, रैम एयर टर्बाइन यानी RAT की तैनाती की भी पुष्टि हुई है, जो इंजन बंद होने की स्थिति में बिजली आपूर्ति के लिए स्वतः सक्रिय होती है.
हवाई अड्डे की सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन फोटोग्राफी से पुष्टि हुई है कि उड़ान के तुरंत बाद विमान की ऊँचाई गिरने लगी थी. रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि घटना के समय उड़ान क्षेत्र में किसी पक्षी की महत्वपूर्ण गतिविधि नहीं देखी गई, जिससे पक्षी टकराव की संभावना खारिज हो गई है.
फिलहाल, एएआईबी ने बोइंग और इंजन के निर्माताओं के लिए कोई सिफारिश नहीं की है. जांच अभी जारी है और कई प्रमुख घटकों को आगे के विश्लेषण के लिए अलग किया गया है.