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India Daily

'उंगली नीचे करिए…', ECI मीटिंग में भड़के अभिषेक बनर्जी, बोले– फुटेज जारी करे चुनाव आयोग

तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए. CEC ज्ञानेश कुमार के साथ बैठक के दौरान तीखी बहस हुई. TMC ने वोटर लिस्ट और SIR पर जवाब न मिलने का दावा किया.

Kanhaiya Kumar Jha
'उंगली नीचे करिए…', ECI मीटिंग में भड़के अभिषेक बनर्जी, बोले– फुटेज जारी करे चुनाव आयोग
Courtesy: Social Media

नई दिल्ली: चुनाव आयोग और तृणमूल कांग्रेस के बीच टकराव एक बार फिर सामने आया है. दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात के दौरान TMC सांसद अभिषेक बनर्जी और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया. वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ी और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन को लेकर TMC ने आयोग पर सवाल उठाए. बैठक के बाद अभिषेक बनर्जी के बयान ने इस मुद्दे को और गरमा दिया.

बुधवार को तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग पहुंचा. इसमें पार्टी के 10 सांसद और पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ मंत्री शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य वोटर लिस्ट में कथित वोट चोरी और SIR प्रक्रिया पर जवाब हासिल करना था. बैठक करीब ढाई घंटे चली. इसी दौरान CEC ज्ञानेश कुमार और अभिषेक बनर्जी के बीच तीखी बहस हो गई, जिससे माहौल गर्म हो गया.

'आप मनोनीत हैं, हम निर्वाचित हैं'

बैठक के दौरान अभिषेक बनर्जी ने CEC ज्ञानेश कुमार से कहा, 'आप मनोनीत हो, हम निर्वाचित हैं'. उनका आरोप है कि बातचीत के दौरान CEC ने उनकी ओर उंगली उठाकर बात की. इस पर अभिषेक ने कहा कि उंगली नीचे करके बात कीजिए. इस टिप्पणी के बाद बैठक में मौजूद अन्य सदस्यों के बीच भी असहज स्थिति बन गई.

वोटर लिस्ट और SIR पर सवाल

बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्टी ने आठ से दस अहम मुद्दे उठाए, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला. उन्होंने दावा किया कि पिछली बैठक में भी चुनाव आयोग ने उनके सवालों का स्पष्ट उत्तर नहीं दिया था. इस बार भी SIR को लेकर पूछने पर बात को नागरिकता जैसे विषयों की ओर मोड़ दिया गया.

चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग लॉजिकल गड़बड़ियों पर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने सवाल किया कि बूथ लेवल एजेंटों को सुनवाई प्रक्रिया में शामिल करने से कौन रोक रहा है. उनका कहना था कि आयोग को लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए जनप्रतिनिधियों के सवालों का जवाब देना चाहिए. TMC का दावा है कि उनके पास डिजिटल सबूत मौजूद हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बाद चुनाव आयोग और तृणमूल कांग्रेस के बीच टकराव और गहरा गया है.