नई दिल्ली: बांग्लादेश की राजनीति की एक मजबूत आवाज और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बुधवार को ढाका में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस मौके पर भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका पहुंचे और शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. उन्होंने खालिदा जिया के बेटे और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता तारिक रहमान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिखा गया शोक संदेश सौंपा. यह पत्र केवल औपचारिक संवेदना नहीं, बल्कि भारत-बांग्लादेश संबंधों की भावनात्मक झलक भी था.
ढाका में खालिदा जिया का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान और गरिमा के साथ किया गया. देश की पूर्व प्रधानमंत्री और पहली महिला प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें सैन्य और सरकारी सम्मान दिया गया. हजारों समर्थक और राजनीतिक हस्तियां अंतिम विदाई के लिए मौजूद रहीं. माहौल गमगीन था, लेकिन लोगों की आंखों में सम्मान और कृतज्ञता साफ दिख रही थी. उनके निधन को बांग्लादेश की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है.
अंतिम संस्कार के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तारिक रहमान से अलग से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिखा गया व्यक्तिगत पत्र उन्हें सौंपा. यह मुलाकात संक्षिप्त लेकिन भावनात्मक रही. भारत सरकार ने इस कदम के जरिए यह स्पष्ट किया कि वह बांग्लादेश के दुख में साझेदार है और मानवीय रिश्तों को राजनीतिक सीमाओं से ऊपर मानती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा कि खालिदा जिया के निधन से उन्हें गहरा दुख हुआ है. उन्होंने इसे तारिक रहमान के लिए अपूरणीय व्यक्तिगत क्षति बताया. पत्र में ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की गई. पीएम ने लिखा कि यह क्षति केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे बांग्लादेश के लिए है, जिसने एक अनुभवी और साहसी नेता को खो दिया है.
पत्र में पीएम मोदी ने जून 2015 में ढाका में खालिदा जिया से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र किया. उन्होंने उन्हें दृढ़ इच्छाशक्ति और अडिग विश्वास वाली नेता बताया. प्रधानमंत्री ने लिखा कि खालिदा जिया ने न केवल बांग्लादेश के विकास में योगदान दिया, बल्कि भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाई. उनका राजनीतिक अनुभव और दृष्टि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में यह विश्वास भी जताया कि तारिक रहमान के नेतृत्व में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी खालिदा जिया के आदर्शों को आगे बढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि उनके जाने से जो खालीपन बना है, वह कभी पूरी तरह नहीं भरा जा सकता, लेकिन उनकी सोच और विरासत जीवित रहेगी. पीएम ने बांग्लादेश की जनता के प्रति भी संवेदनाएं जताईं और शांति, लोकतंत्र व सौहार्द की कामना की.