Sunjay Kapur Death: लंदन में जाने-माने उद्योगपति संजय कपूर का 53 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया. इस घटना ने एक बार फिर दिल की सेहत को लेकर जागरूकता की जरूरत को उजागर किया है. कार्डियोलॉजिस्ट ने उन संकेतों के बारे में बताया, जिन्हें अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है.
लोग हार्ट अटैक को अचानक होने वाली घटना मानते हैं, लेकिन शरीर पहले से ही संकेत देना शुरू कर देता है. ये संकेत हफ्तों या महीनों पहले दिख सकते हैं. इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कार्डियोवैस्कुलर कहते हैं कि इन संकेतों को समझना और समय पर कार्रवाई करना जरूरी है.
थकान आम बात हो सकती है, लेकिन अगर आप पूरी नींद के बाद भी थके हुए महसूस करते हैं या पहले आसान लगने वाले काम अब मुश्किल लगते हैं, तो यह दिल की समस्या का संकेत हो सकता है. जब दिल रक्त को ठीक से पंप नहीं करता, तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता. इससे कमजोरी और सांस फूलने की शिकायत हो सकती है. इसे तनाव या उम्र का असर मानकर नजरअंदाज न करें.
अगर सीढ़ियां चढ़ते, बात करते या लेटते समय सांस फूलने लगे, तो यह गंभीर संकेत हो सकता है. कमजोर दिल के कारण फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे सांस लेना मुश्किल होता है. खासकर रात में सांस फूलना दिल पर दबाव का लक्षण हो सकता है. तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
सीने में दर्द हमेशा तेज और नाटकीय नहीं होता. कई बार यह दबाव, जकड़न, जलन या एसिडिटी जैसा महसूस होता है. यह दर्द कुछ मिनटों तक रह सकता है और शारीरिक गतिविधि या तनाव के दौरान बढ़ सकता है. आराम करने पर यह कम हो सकता है. अगर यह बार-बार हो, तो इसे हल्के में न लें.
हार्ट अटैक का दर्द सिर्फ सीने तक सीमित नहीं रहता. यह बाएं हाथ, जबड़े, गर्दन, पीठ या ऊपरी पेट तक फैल सकता है. महिलाओं में यह दर्द हल्का या असामान्य हो सकता है. इसे मांसपेशियों का दर्द या एसिडिटी समझने की गलती न करें. अगर दर्द अचानक या बार-बार हो, तो तुरंत जांच करवाएं.
कुछ लक्षण इतने सूक्ष्म होते हैं कि लोग इन्हें दिल से जोड़ते नहीं. ठंडा पसीना, चक्कर आना, मतली, अपच या अनियमित धड़कन इसके उदाहरण हैं. महिलाओं में ये लक्षण बिना सीने के दर्द के भी दिख सकते हैं. अचानक चिंता या भय की भावना भी चेतावनी हो सकती है.
उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, धूम्रपान या दिल की बीमारी का पारिवारिक इतिहास जोखिम बढ़ाता है. नियमित जांच जैसे ईसीजी, कोलेस्ट्रॉल टेस्ट या स्ट्रेस टेस्ट समस्याओं को जल्दी पकड़ सकते हैं. लक्षण न दिखें, तब भी जांच जरूरी है.
अगर सीने में दर्द, सांस फूलना, पसीना या चक्कर 5 मिनट से ज्यादा रहे, तो तुरंत आपातकालीन सहायता लें. समय पर इलाज जान बचा सकता है.