Rajkummar Rao: बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी एक्टिंग नहीं, बल्कि 2017 की फिल्म 'बहन होगी तेरी' से जुड़ा एक पुराना कानूनी विवाद है. हाल ही में राजकुमार ने पंजाब के जालंधर कोर्ट में इस मामले में सरेंडर किया और उन्हें सशर्त जमानत मिल गई. आइए जानते हैं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है.
8 साल पुराने कानूनी विवाद में राजकुमार राव को मिली जमानत
2017 में रिलीज हुई फिल्म 'बहन होगी तेरी' एक रोमांटिक कॉमेडी थी, जिसमें राजकुमार राव ने गट्टू नाम का किरदार निभाया था. फिल्म के एक पोस्टर और सीन में राजकुमार को भगवान शिव के अवतार में मोटरसाइकिल पर बैठे हुए दिखाया गया था. इस पोस्टर ने कुछ लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. जालंधर के एक स्थानीय शिवसेना नेता ने इस सीन को अपमानजनक बताते हुए थाने में शिकायत दर्ज की थी. शिकायत में कहा गया कि भगवान शिव का इस तरह का चित्रण धार्मिक भावनाओं को आहत करता है.
जालंधर कोर्ट में राजकुमार ने किया था सरेंडर
इसके बाद राजकुमार राव, फिल्म के निर्देशक अजय के. पन्नालाल, निर्माता टोनी डिसूजा और अभिनेत्री श्रुति हासन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. कोर्ट ने राजकुमार को समन भेजा था, लेकिन वह उस समय पेश नहीं हो सके, जिसके चलते उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हुआ. 28 जुलाई 2025 को राजकुमार ने जालंधर कोर्ट में सरेंडर किया और कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दे दी. मामले की अगली सुनवाई 30 जुलाई को होगी.
फिल्म के निर्माताओं ने कही थी ये बात
राजकुमार ने इस मामले में सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि फिल्म के निर्माताओं ने पहले कहा था कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. यह सीन कहानी का हिस्सा था, जिसमें राजकुमार का किरदार एक जागरण मंडली में शिव का रोल निभाता है. फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी भी मिली थी और इसमें कोई बदलाव नहीं मांगा गया था. यह विवाद एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन राजकुमार के फैंस को उम्मीद है कि यह मामला जल्द सुलझ जाएगा.