Pakistani TikToker Murder Case: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 2 जून 2025 को 17 साल की टिकटॉकर सना यूसुफ की उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया. सना, जो टिकटॉक पर 8 लाख और इंस्टाग्राम पर 5 लाख फॉलोअर्स के साथ एक उभरती हुई सोशल मीडिया स्टार थीं, की हत्या ने महिलाओं के अधिकार और सोशल मीडिया की आजादी पर बहस छेड़ दी. पुलिस ने इस मामले में 22 साल के उमर हयात उर्फ ‘काका’ को गिरफ्तार किया, जिसने हत्या की बात कबूल कर ली.
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सैयद अली नासिर रिजवी के मुताबिक, हत्यारा उमर हयात सना के साथ दोस्ती करना चाहता था. उसने कई बार सना से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सना ने हर बार उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया. 29 मई को सना के जन्मदिन पर भी उसने सात से आठ घंटे तक उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा. एक दिन और उसने फिर कोशिश की, पर सना ने फोन पर और फिर आमने-सामने मुलाकात से इनकार कर दिया. बार-बार रिजेक्शन से नाराज उमर ने 2 जून को सना के घर में घुसकर उन्हें सीने में दो गोलियां मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
सना की मां फरजाना यूसुफ ने एफआईआर में बताया कि शाम करीब 5 बजे एक व्यक्ति, जो काली शर्ट और पैंट में था, पिस्तौल लेकर उनके घर में घुसा और सना पर सीधे गोली चला दी. सना के सीने में दो गोलियां लगीं, और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई. सना की चाची लतीफा शाह, जो घटना के समय मौजूद थीं, ने बताया कि सना ने हत्यारे से कहा, 'यहां से चले जाओ, चारों ओर कैमरे हैं. मैं तुम्हारे लिए पानी लाती हूं.' इसके बाद उमर ने गोली चला दी.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा की मदद से उमर हयात को फैसलाबाद से 20 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल और सना का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया. उमर, जो मैट्रिक पास और बेरोजगार है, ने पूछताछ में हत्या की बात कबूल की और बताया कि सना के बार-बार इनकार ने उसे इस कदम के लिए उकसाया. गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी इस गिरफ्तारी की पुष्टि की.
सना की हत्या ने पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया. #JusticeForSanaYousuf हैशटैग के साथ लोग न्याय की मांग कर रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता निदा किरमानी ने लिखा, 'पाकिस्तान में महिलाओं को आत्मविश्वास और खुशी की सजा मिलती है.' यह घटना सोशल मीडिया पर सक्रिय महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को दर्शाती है. पहले भी क्वेटा में 15 साल की टिकटॉकर हीरा की हत्या और 2016 में कंदील बलोच का ऑनर किलिंग केस सामने आ चुके हैं.