Moushumi Chatterjee: हिंदी सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने हाल ही में अपने करियर के शुरुआती दिनों के एक चौंकाने वाले अनुभव को साझा किया है. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी निजी सीमाओं और मूल्यों को बनाए रखने की बात कही. दो दशकों से अधिक के शानदार करियर वाली मौसमी ने अपनी बेबाकी से सबका ध्यान खींचा है.
मौसमी ने 16 साल की उम्र में जयंत मुखर्जी से शादी के बाद फिल्मी दुनिया में कदम रखा था. अपने एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने तय किया था कि वह केवल साड़ी ही पहनेंगी. छोटे या खुले कपड़े उनके लिए स्वीकार्य नहीं थे. यह उनका निजी फैसला था, जिसे उन्होंने हर हाल में निभाया.
1973 में रिलीज हुई फिल्म ‘कुच्चे धागे’ के सेट पर मौसमी को एक ऐसा अनुभव हुआ, जिसने उन्हें झकझोर दिया. इस फिल्म में विनोद खन्ना और कबीर बेदी भी थे. मौसमी ने बताया कि कॉस्ट्यूम डिजाइनर मणि जे रबाडी ने उन्हें बैकलेस ब्लाउज और छोटा घाघरा दिया. इसे देखकर वह हैरान रह गईं.
उन्होंने कहा, 'उन कपड़ों को देखकर मुझे लगा कि मैं नंगी हो गई हूं. मैं रोने लगी और अपने पति को फोन किया. मैंने कहा, मुझे कोलकाता वापस भेज दो, मैं यहां काम नहीं करूंगी. मेरे सारे कपड़े छीन लिए गए हैं.' उनके पति ने सेट पर आकर उन्हें समझाया और फिर मौसमी ने फिल्म पूरी की.
मौसमी ने अपने सिद्धांतों के कारण कई बड़े प्रोजेक्ट भी ठुकराए. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘गुड्डी’ में उन्हें छोटी स्कर्ट पहनने को कहा गया था. इसे अस्वीकार करते हुए उन्होंने फिल्म छोड़ दी. बाद में यह भूमिका जया बच्चन को मिली और ‘गुड्डी’ एक कल्ट क्लासिक बन गई.
हाल ही में मौसमी ने बंगाली फिल्म ‘आरी’ के साथ सिनेमा में वापसी की है. जीत चक्रवर्ती द्वारा लिखित और डायरेक्टेड इस फिल्म में एक विधवा मां और उसके बेटे के बीच के भावनात्मक रिश्ते को दिखाया गया है. यश दासगुप्ता और नुसरत जहान अभिनीत यह फिल्म 25 अप्रैल को रिलीज हुई. इसके अलावा, मौसमी की अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘पीकू’ भी 9 मई को दोबारा सिनेमाघरों में रिलीज हुई, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया.