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Kantara Chapter 1 Video: 250 दिन बाद पूरी हुई ऋषभ शेट्टी की फिल्म 'कंटारा: चैप्टर 1' की शूटिंग, ऐसे मनाया मेकर्स ने जश्न

Kantara Chapter 1 Video: ‘कंटारा चैप्टर 1’ की शूटिंग 250 से अधिक दिनों बाद पूरी हो चुकी है, और इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए मेकर्स ने एक शानदार मेकिंग वीडियो जारी किया है. यह वीडियो दर्शकों को इस शानदार प्रोजेक्ट की भव्यता, जोश, की झलक देता है.

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Edited By: Babli Rautela
Kantara Chapter 1 Video
Courtesy: Social Media

Kantara Chapter 1 Video: होम्बले फिल्म्स की ब्लॉकबस्टर ‘कंटारा’ की दुनिया एक बार फिर सिनेमाघरों में तहलका मचाने को तैयार है. ‘कंटारा चैप्टर 1’ की शूटिंग 250 से अधिक दिनों बाद पूरी हो चुकी है, और इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए मेकर्स ने एक शानदार मेकिंग वीडियो जारी किया है. यह वीडियो दर्शकों को इस शानदार प्रोजेक्ट की भव्यता, जोश, की झलक देता है. एक्टर-डायरेक्टर ऋषभ शेट्टी ने खूद इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इसे 'एक दिव्य यात्रा' बताया. फिल्म 2 अक्टूबर 2025 को दुनिया भर में रिलीज होगी. आइए, इस प्रोजेक्ट और इसके पीछे की कहानी पर विस्तार से नजर डालते हैं.

ऋषभ शेट्टी ने X पर मेकिंग वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'समाप्त… सफर शुरू प्रस्तुत है WorldOfKantara ~ निर्माण की एक झलक.' उन्होंने ‘कंटारा चैप्टर 1’ को एक ऐसी कहानी बताया, जो भारतीय संस्कृति की जड़ों में गहराई से समाई है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसी यात्रा है, जिसे अटूट समर्पण, कठिन परिश्रम, और टीमवर्क ने जीवंत किया है.' यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, और फैंस में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है. होम्बले फिल्म्स के निर्माता विजय किरागंदूर ने इस प्रोजेक्ट को अपनी अब तक का सबसे शानदार प्रोजेक्ट बताया. उन्होंने कहा, 'शूटिंग के दिनों की संख्या, कर्मचारियों की विशालता, और प्रयास का पैमाना ‘कंटारा चैप्टर 1’ को हमारी अब तक की सबसे बड़ी फिल्म बनाता है. यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जिसे हम दुनिया के सामने लाने का सपना देखते रहे हैं.'

‘कंटारा चैप्टर 1’ की दुनिया

‘कंटारा चैप्टर 1’ एक प्रीक्वल है, जो मूल ‘कंटारा’ (2022) की गहराई में उतरती है. ऋषभ शेट्टी ने एक बार फिर डायरेक्शन और अभिनय की कमान संभाली है. यह फिल्म कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को दर्शाती है, जिसमें भूत कोला और दैवीय शक्तियों का मिश्रण है.