गुजराती सिनेमा में एक नई लहर आ गई है. 'लालो - कृष्ण सदा सहायते' नाम की ये फिल्म न सिर्फ गुजराती इंडस्ट्री की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बनी है, बल्कि पहली गुजराती फिल्म है जिसने दुनिया भर में 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया. महज 50 लाख रुपये के बेहद कम बजट पर बनी ये फिल्म ओपनिंग डे पर तो महज 2 लाख रुपये ही कमा पाई, लेकिन वर्ड ऑफ माउथ की ताकत ने इसे स्लीपर हिट से ब्लॉकबस्टर बना दिया.
10 अक्टूबर 2025 को गुजरात में रिलीज हुई इस फिल्म ने 52 दिनों में 101.50 करोड़ रुपये ग्रॉस कलेक्शन कर लिया, जैसा कि सैकनिल्क वेबसाइट पर रिपोर्ट किया गया. फिल्म की शुरुआत तो बेहद धीमी रही. पहले हफ्ते में सिर्फ 33 लाख, दूसरे हफ्ते 27 लाख और तीसरे हफ्ते 62 लाख का कलेक्शन. लेकिन चौथे हफ्ते से जैसे जादू चल गया. वर्ड ऑफ माउथ ने दर्शकों को थिएटर्स की ओर खींचा. चौथे हफ्ते में 12.08 करोड़, पांचवें में 25.70 करोड़ और छठे में 24.40 करोड़ की कमाई.
सातवें वीकेंड पर तो 9.95 करोड़ का रिकॉर्ड टूटा, जो 2025 का सबसे ज्यादा सातवां वीकेंड कलेक्शन है. आठवें हफ्ते में भी फिल्म ने रफ्तार न पकड़ी और 53वें दिन 88 लाख ग्रॉस (76 लाख नेट) की कमाई की, 981 शोज पर 16.2% ऑक्यूपेंसी के साथ. डायरेक्टर अंकित सखिया की ये डेवोशनल ड्रामा स्टोरी एक रिक्शा ड्राइवर की है, जो एक फार्महाउस में फंस जाता है और अपने पास्ट के डेमन्स से जूझते हुए भगवान कृष्ण के विजन्स देखता है.
फिल्म जूनागढ़ और आसपास शूट हुई, जहां गिरनार, दामोदर कुंड जैसी पवित्र जगहें हैं. लीड रोल में करण जोशी, रीवा रच्छ, श्रुहद गोस्वामी, अंशु जोशी और किन्नल नायक हैं. कोई बड़ा स्टार नहीं, लेकिन कंटेंट ने कमाल कर दिया. रीवा रच्छ ने तो सफलता पर आंसू बहा दिए, क्योंकि ये उनके लंबे समय के सपने की सच्चाई थी. ट्रेड एनालिस्ट्स इसे 'मिरेकल हिट' बता रहे हैं. गुजरात में तो ये केजीएफ 2 और बाहुबली 2 को पछाड़कर नंबर 2 ग्रॉसिंग फिल्म बन गई. ओवरसीज में भी 5.50 करोड़ से ज्यादा की कमाई.