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Dhadak 2 Box Office Day 2: दूसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर बजा धड़क 2 का डंका, सन ऑफ सरदार 2 के सामने कैसी रही फिल्म?

Dhadak 2 Box Office Day 2: सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी की फिल्म धड़क 2 ने अपने दूसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर मामूली उछाल दर्ज की है. अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की सन ऑफ सरदार 2 के साथ कड़े मुकाबले के बावजूद, फिल्म ने शनिवार को ₹3.75 करोड़ की कमाई की है.

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Edited By: Babli Rautela
Dhadak 2 Box Office Day 2
Courtesy: Social Media

Dhadak 2 Box Office Day 2: सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी की हालिया रिलीज फिल्म धड़क 2 ने अपने दूसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर मामूली उछाल दर्ज की है. अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की सन ऑफ सरदार 2 के साथ कड़े मुकाबले के बावजूद, फिल्म ने शनिवार को ₹3.75 करोड़ की कमाई की है. इंडस्ट्री ट्रैकर Sacnilk के अनुसार, फिल्म का कुल कलेक्शन अब तक ₹7.25 करोड़ तक पहुंच गया है. पहले दिन फिल्म ने ₹3.50 करोड़ का कलेक्शन किया था, जो एक साधारण शुरुआत थी.

धड़क 2 को दर्शकों से मिले-जुले रिएक्शन मिल रहे हैं, लेकिन सकारात्मक वर्ड-ऑफ-माउथ के कारण यह धीरे-धीरे गति पकड़ रही है. शनिवार को फिल्म की शुरुआत सुस्त रही, जिसमें सुबह के शो में केवल 11.73% दर्शक आए. हालांकि, दिन चढ़ने के साथ दर्शकों की संख्या बढ़ी, दोपहर में 25.61%, शाम को 29.00%, और रात के शो में सबसे अधिक 36.88% ऑक्यूपेंसी दर्ज की गई. 

बॉक्स ऑफिस पर धड़क 2 की कमाई

फिल्म की कमाई का बड़ा हिस्सा मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और दूसरे उत्तरी क्षेत्रों से आ रहा है, जहां ऑक्यूपेंसी दरें 22.75% और 32.5% रही हैं. इसके अलावा, दक्षिण भारत में चेन्नई ने 44% की उच्चतम ऑक्यूपेंसी दिखाई, लेकिन विजय देवरकोंडा की किंगडम जैसी फिल्मों का दबदबा बना हुआ है. धड़क 2 को सन ऑफ सरदार 2 (जिसने दूसरे दिन ₹7.5 करोड़ कमाए) और सैयारा (जो तीसरे हफ्ते में भी ₹7 करोड़ कमा रही है) से कड़ी चुनौती मिल रही है.

धड़क 2 की कहानी और सामाजिक संदेश

धड़क 2 2018 की फिल्म धड़क का सिक्वल है, जो तमिल फिल्म परियेरम पेरुमल का रीमेक है. यह फिल्म भारतीय समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव पर गहराई से प्रकाश डालती है. कहानी नीलेश (सिद्धांत चतुर्वेदी), एक कानून का छात्र, और विधि (तृप्ति डिमरी), एक उच्च जाति की लड़की, के प्रेम के इर्द-गिर्द घूमती है. 

नीलेश को विधि के परिवार द्वारा अपमान और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, जो सामाजिक रूढ़ियों को दर्शाता है. फिल्म की कहानी और सिद्धांत-तृप्ति की जोड़ी को समीक्षकों और दर्शकों ने सराहा है, लेकिन इसका सीमित रिलीज (केवल 1000 स्क्रीन्स) और मिश्रित समीक्षाएं बड़े पैमाने पर दर्शकों को आकर्षित करने में बाधा बन रही हैं.