बंगाली सिनेमा की एक प्रमुख और प्रतिष्ठित अभिनेत्री उमा दासगुप्ता का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं. उमा दासगुप्ता को सत्यजीत रे की 1955 में आई फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ में दुर्गा रॉय के किरदार के लिए जाना जाता है. इस फिल्म में उनकी भूमिका आज भी भारतीय सिनेमा के ऐतिहासिक और यादगार किरदारों में गिनी जाती है.
उमा दासगुप्ता के निधन पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी मशहूर हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद और लेखक कुणाल घोष ने फेसबुक पर एक भावुक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने बंगाली में कहा, 'पाथेर पांचाली की दुर्गा अब सच में चली गई है.'
एक चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, उमा दासगुप्ता के निधन की खबर अभिनेता चिरंजीत चक्रवर्ती ने दी. चिरंजीत ने बताया कि उन्हें उमा दासगुप्ता की बेटी से यह दुखद समाचार मिला, जिससे वह काफी आहत हुए.
पाथेर पांचाली के बाद उमा दासगुप्ता ने मुख्यधारा के सिनेमा में कभी भी कोई बड़ा कदम नहीं बढ़ाया. यह फिल्म 1955 में रिलीज हुई थी और सत्यजीत रे द्वारा निर्देशित थी. फिल्म 'पाथेर पांचाली' को विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय के 1929 में प्रकाशित उपन्यास से लिया गया था. इसके अलावा फिल्म में सुबीर बनर्जी, कनु बनर्जी, करुणा बनर्जी, पिनाकी सेनगुप्ता और चुन्नीबाला देवी जैसे प्रमुख अभिनेता भी थे.
पिछले साल अक्टूबर में, अमेरिकी फिल्म निर्माता मार्टिन स्कोर्सेसे ने 'पाथेर पांचाली' के अंग्रेजी डब संस्करण को न्यूयॉर्क में टीवी पर देखा था. इस फिल्म के अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा था, 'इस फिल्म ने मेरे लिए सिनेमा की कई नई दुनियाओं को खोला. मुझे यह महसूस हुआ कि अगर हम उपनिवेशित दुनिया में रहते हैं, तो क्या होता है. यह फिल्म दिखाती है कि हम सभी मूल रूप से इंसान हैं, भले ही हमारी संस्कृतियां अलग-अलग हों.'