menu-icon
India Daily

Amitabh Bachchan: नहीं सुन पाएंगे अब अमिताभ बच्चन की आवाज... हैरान कर देगी अब इसके पीछे की वजह

Amitabh Bachchan: अमिताभ बच्चन की आवाज में साइबर अपराध जागरूकता वाली कॉलर ट्यून को आज से हटा लिया गया है. यह कॉलर ट्यून, जो फोन कॉल के दौरान साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने का संदेश देती थी, अब नहीं सुनाई देगी.

auth-image
Edited By: Babli Rautela
Amitabh Bachchan
Courtesy: Social Media

Amitabh Bachchan: बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की आवाज में साइबर अपराध जागरूकता वाली कॉलर ट्यून को आज से हटा लिया गया है. यह कॉलर ट्यून, जो फोन कॉल के दौरान साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने का संदेश देती थी, अब नहीं सुनाई देगी. भारत सरकार ने इसे बंद करने का फैसला किया, क्योंकि इसका हिस्सा रहा जागरूकता अभियान गुरुवार, 26 जून को खत्म हो गया.

NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कॉलर ट्यून सरकार की उस पहल का हिस्सा थी, जो लोगों को ऑनलाइन घोटालों और साइबर अपराधों के लिए जागरूक करने के लिए शुरू की गई थी. अभियान के खत्म होने के बाद सरकार ने इसे बंद करने का फैसला लिया. इस कॉलर ट्यून में अमिताभ बच्चन की आवाज में साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती थी. यह संदेश हर कॉल से पहले बजता था, जिसका मकसद लोगों को सतर्क करना था.

सोशल मीडिया पर लोगों का रिएक्शन

कॉलर ट्यून को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की राय बंटी हुई थी. कुछ ने इसे जागरूकता बढ़ाने का अच्छा कदम बताया, तो कई लोगों ने इसकी लंबाई और बार-बार बजने की शिकायत की. कुछ यूजर्स ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में यह कॉलर ट्यून कॉल कनेक्ट होने में देरी का कारण बनती थी. कुछ ने तो अमिताभ बच्चन को भी ट्रोल किया और उनके लंबे संदेश की आलोचना की.

अमिताभ ने ट्रोलर्स को दिया जवाब

23 जून को एक एक्स यूजर ने अमिताभ को कॉलर ट्यून के लिए ट्रोल करते हुए लिखा, 'फोन पर बोलना बंद करो भय.' इस पर बिग बी ने जवाब दिया, 'सरकार को बोलो भाई, उन्होंने हमसे कहा सो किया.' अमिताभ ने साफ किया कि यह कॉलर ट्यून उनकी पहल नहीं, बल्कि सरकार के निर्देश पर थी. उनके इस जवाब ने ट्रोलर्स को चुप करा दिया और चर्चा को खत्म कर दिया.

साइबर अपराधों में बढ़ोतरी के बीच यह कॉलर ट्यून लाखों लोगों तक पहुंची और साइबर फ्रॉड से बचने की जागरूकता फैलाने में मदद की. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के अभियान भविष्य में भी जरूरी हैं, लेकिन इसे छोटा और प्रभावी बनाने की जरूरत है.