देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. तमाम दलों के उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करने के लिए नामांकन दाखिल कर रहे हैं. इसी बीच यवतमाल के एक उम्मीदवार ने कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से वो सुर्खियों में आ गए हैं.
1-2 रुपए के सिक्के लेकर नामांकन फीस जमा कराने पहुंचा उम्मीदवार
महाराष्ट्र के यवतमाल से नामांकन दाखिल करने वाले मनोज गेदाम नाम के उम्मीदवार उस समय चर्चा में आ गए जब वे 1 और 2 रुपये के ढेरों सिक्के लेकर 12500 रुपए की नामांकान फीस जमा करने पहुंचे.
यवतमाल-वाशिम लोकसभा से भरा पर्चा
गेदाम को स्थानीय लोग गौरवदेव के नाम से जानते हैं. गेदाम एक समाजिक कार्यकर्ता हैं, उन्होंने यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
अधिकारियों को थमा दी 12500 रुपए की चिल्लर
1 अप्रैल को गेदाम एक मराठी फिल्म के हीरो की तरह चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और नामांकन फीस के तौर पर अधिकारियों को 12500 रुपए की चिल्लर थमा दी. 1-2 रुपए के सिक्कों दो देखकर अधिकारी हैरान रह गये.
'हर एक सिक्का आशा और समर्थन की कहानी बयां करता है'
पूछने पर गेदाम ने बताया कि उन्होंने नामांकन के पैसे चंदे से इकट्ठे किए हैं. यह पूछने पर कि आपने अपने नामांकन फीस भरने के लिए यह तरीका क्यों अपनाया. इस पर गेदाम ने कहा कि नामांकन फीस का हर एक सिक्का उन्हें जमीन से जुड़े लोगों से मिला है. हर एक सिक्का आशा और समर्थन की कहानी बयां करता है.
'यह गरीबों के खून-पसीने की कमाई'
गेदाम ने कहा मैं पिछले कई सालों से इलाके के गरीब लोगों की सेवा कर रहा हूं. यह उनकी खून पसीने की कमाई है, उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है, लोगों की ताकत मेरी जीत की इबारत लिखेगी.
बुलढाणा के असलम शाह ने भी दोहराई कहानी
दो अप्रैल को भी इसी तरह की एक कहानी सामने आई जब बुलढाणा के असलम शाह नाम के उम्मीदवार अपने समर्थकों से चंदे के रूप में मिले 10000 हजार के सिक्कों को नामांकन फीस के रूप में जमा कराने पहुंचे.
असलम शाह हसन शाह महा लोकशाही विकास अघाड़ी पार्टी की ओर से बुलढाणा से उम्मीदवार हैं. 2 अप्रैल को असलम शाल 10,000 रुपए की चिल्लर और 15,000 रुपए कैश लेकर नामांकन फीस जमा कराने डीएम ऑफिस पहुंचे तो सभी की नजरें उन्हें देखती रह गई. शाह ने बताया कि नामांकन फीस के रूप में चंदे की यह रकम उन्होंने अपने समर्थकों से जुटाई है.