उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट, राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है. यहां के सांसद बृजभूषण शरण सिंह अक्सर विवादों में रहते हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनका टिकट तो फाइनल नहीं किया है लेकिन प्रचार वे पूरी ठसक के साथ कर रहे हैं. पहले पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे बृजभूषण शरण सिंह के सामने अब नई मुश्किल आ गई है.
गोंडा जिला प्रशासन ने उन्हें नोटिस थमाया है. गोंडा की जिला अधिकारी नेहा शर्मा के आदेश पर एसडीएम ने आचार संहिता के उल्लंघन के एक मामले में उन्हें नोटिस भेज दिया है. बृजभूषण की वजह से कर्नलगंज, कटरा और परपुर थानाध्यक्ष भी मुश्किलों में फंस गए हैं. उनके खिलाफ प्रशासन ने एक्शन लेने का आदेश दिया है.
क्या हैं उन पर आरोप?
बृजभूषण शरण सिंह ने बिना स्थानीय प्रशासन को सूचित किए एक काफिला निकाला था. उनके काफिले में 10 से ज्यादा गाड़ियां थीं लेकिन उन्होंने प्रशासन से इजाजत नहीं लिया था. वे भीड़ इकट्ठा करके घूम रहे थे. अब प्रशासन ने नोटिस भेजकर उनसे इस प्रकरण में जवाब मांगा है.
टिकट पर अब भी है सस्पेंस?
बृजभूषण शरण सिंह के टिकट पर अभी तक सस्पेंस बना है. बीजेपी की 11वीं लिस्ट भी सामने आ गई है लेकिन कैसरगंज से कौन उम्मीदवार होगा, इस पर फैसला नहीं हुआ है. ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी जगह पार्टी उनके परिवार के किसी सदस्य को उतारना चाहती है लेकिन इसके लिए बृजभूषण तैयार नहीं है.