देशभर में 9 जुलाई को प्रस्तावित भारत बंद को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही थीं कि इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ सकता है. लेकिन अब साफ हो गया है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) जैसे प्रमुख बाजारों में उस दिन सामान्य व्यापार होगा. भारत बंद के दौरान 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के शामिल होने की संभावना है, लेकिन शेयर बाजार की व्यवस्था इससे अप्रभावित रहेगी.
भारत सरकार की नीतियों के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनसे जुड़े संगठनों के मंच द्वारा 9 जुलाई को भारत बंद का आह्वान किया गया है. इनका कहना है कि यह बंद "श्रमिक-विरोधी, किसान-विरोधी और कॉरपोरेट-समर्थक नीतियों" के खिलाफ है. इसके बावजूद, NSE और BSE ने स्पष्ट किया है कि बाजारों में उस दिन ट्रेडिंग सामान्य रूप से होगी. निवेशकों के लिए यह बड़ी राहत की खबर है, क्योंकि इससे बाजार की कार्यप्रणाली पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैंकिंग, बीमा, डाक विभाग, कोयला खनन, हाईवे और निर्माण जैसे संगठित और असंगठित क्षेत्रों के लाखों कर्मचारी भारत बंद में शामिल हो सकते हैं. इन सेक्टर्स में पहले से ही तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. यूनियनों ने इसे "राष्ट्रव्यापी हड़ताल" बनाने की पूरी कोशिश की है. हालांकि, शेयर बाजार जैसी स्वायत्त संस्थाएं अपने निर्धारित समय पर काम करेंगी और ट्रेडिंग पर कोई रोक नहीं होगी.
शेयर बाजारों के छुट्टी कैलेंडर के अनुसार, साल 2025 में कुल 14 अवकाश निर्धारित हैं. जुलाई तक इनमें से 7 छुट्टियां हो चुकी हैं. अगली छुट्टी 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को होगी. इसके बाद गणेश चतुर्थी, गांधी जयंती, दिवाली, बालिप्रतिपदा, प्रकाश पर्व और क्रिसमस जैसे त्योहारों पर बाजार बंद रहेंगे. 9 जुलाई को कोई घोषित अवकाश नहीं है, इसलिए भारत बंद के दिन भी बाजार खुले रहेंगे.
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर निवेशक इंतजार कर रहे हैं, जिससे बाजार फिलहाल सतर्क रुख अपना रहा है. हालांकि, मंगलवार को आईटी और बैंकिंग शेयरों की मजबूती से सेंसेक्स 270 अंकों की बढ़त के साथ 83,712 पर बंद हुआ और निफ्टी 61.20 अंकों की तेजी के साथ 25,523 पर बंद हुआ. विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एशियाई देशों पर लगाए गए टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच बाजार ने रक्षात्मक रुख अपनाया है. इसके साथ ही Q1FY26 के नतीजों का मौसम आने वाला है, जिससे बाजार की दिशा आगे कंपनियों के प्रदर्शन और प्रबंधन की प्रतिक्रियाओं पर निर्भर करेगी.