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हेलमेट से गंजेपन का खतरा? सच है या भ्रम, सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने से पहले जानें फैक्ट

हेलमेट पहनने से बाल सीधे नहीं झड़ते. गंजेपन की मुख्य वजह जेनेटिक्स, हार्मोनल बदलाव और खान-पान की आदतें हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
हेलमेट से गंजेपन का खतरा? सच है या भ्रम, सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने से पहले जानें फैक्ट
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: हेलमेट और बाल झड़ने के बीच संबंध को लेकर भ्रम की सड़क काफ़ी लंबी है. खासकर छोटे शहरों में यह डर आम है कि हेलमेट लगाने से बाल टूटते हैं और गंजापन बढ़ता है. इसी आशंका में कई लोग बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाते हैं, जो हादसों के समय भारी नुकसान का कारण बनता है. विशेषज्ञ बताते हैं कि हेलमेट बाल गिरने का मूल कारण नहीं, बल्कि कुछ गलत आदतें और हेलमेट की साफ-सफाई में लापरवाही नुकसान की असली वजह बन सकती हैं.

सड़क सुरक्षा नियमों के तहत हेलमेट पहनना अनिवार्य और जीवन रक्षक कदम है. बाल झड़ने की समस्या शरीर के अंदर से तय होती है, बाहर से नहीं. फिर भी टाइट हेलमेट का दबाव, पसीना और गंदे पैड स्कैल्प की सेहत पर असर डाल सकते हैं. यह असर हर किसी में नहीं दिखता, लेकिन सतर्कता जरूरी है. सही फिट वाला हेलमेट, सूखे बाल और स्कल कैप का उपयोग जोखिम को काफ़ी हद तक कम कर देता है.

सही फिटिंग चुनें

डॉक्टरों के मुताबिक, बाल झड़ने का मुख्य कारण आनुवंशिक और हार्मोनल बदलाव हैं. हेलमेट सिर्फ बाहरी दबाव पैदा करता है, जो हर व्यक्ति में समस्या नहीं बनता. लेकिन यदि हेलमेट बहुत कसा हुआ हो, तो यह बालों की जड़ों पर लगातार खिंचाव डालता है. समय के साथ हेयर रूट्स कमज़ोर हो सकते हैं. इस स्थिति को ट्रैक्शन एलोपेसिया कहा जाता है. इससे बचने का पहला उपाय सही फिटिंग वाला हेलमेट चुनना है.

पसीना और संक्रमण का खतरा

लंबे समय तक हेलमेट पहनने से सिर बंद वातावरण में रहता है, जहां हवा कम पहुंचती है. इससे गर्मी और पसीना बढ़ता है. यदि हेलमेट के पैड साफ न हों, तो नमी और गंदगी बैक्टीरिया व फंगस को बढ़ने का मौका देती है. यही संक्रमण स्कैल्प की सेहत बिगाड़ सकता है और बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. यह समस्या हेलमेट की वजह से नहीं, बल्कि हेलमेट की स्वच्छता में लापरवाही से पैदा होती है.

स्कल कैप का उपयोग

बाल विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि हेलमेट लगाने से पहले कॉटन की स्कल कैप या हल्का स्कार्फ़ पहनना फ़ायदेमंद है. यह पसीने को सोख लेता है और बालों पर होने वाले सीधे घर्षण को कम करता है. इससे बालों की जड़ों पर पड़ने वाला तनाव घटता है और संक्रमण की संभावना भी कम होती है. यह एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिसे रोज़मर्रा की राइडिंग में आसानी से अपनाया जा सकता है.

गीले बालों में गलती न करें

नहाने के तुरंत बाद या गीले बालों में हेलमेट लगाना बड़ी लापरवाही है. बंद हेलमेट के अंदर नमी देर तक रहती है, जो फंगल संक्रमण को बढ़ावा देती है. यह संक्रमण बालों की सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकता है. इसलिए हेलमेट हमेशा पूरी तरह सूखे बालों में ही पहनें. वॉशेबल पैड को समय-समय पर धोना और धूप में सुखाना भी जरूरी है.

एक हेलमेट, एक राइडर

जागरूक राइडर सुरक्षा और बालों की देखभाल को साथ लेकर चल सकते हैं. एक हेलमेट का उपयोग एक ही व्यक्ति करे, तो अंदर की स्वच्छता बेहतर बनी रहती है. साझा या गंदा हेलमेट संक्रमण और बालों की जड़ों को नुकसान का कारण बन सकता है. सही फिट, सूखे बाल और साफ पैड के साथ हेलमेट पहनना नुकसान नहीं, बल्कि सुरक्षा को मज़बूत करता है. समझदारी के साथ हेलमेट पहनना ही असली जीत है.