Karwa Chauth 2025: हर साल, करवा चौथ पर शाम ढलते ही, हजारों आंखें आसमान की ओर देखती हैं, चांद की उस चांदी जैसी किरण का इंतजार करती हैं. लेकिन कभी-कभी बादलों की कुछ और ही प्लान होता है. अगर आपने तैयार होकर पूजा की थाली सजा ली है और अचानक बारिश या धुंध के साथ मौसम के कारण चांद नहीं दिखाई देता तो चिंता न करें, परंपराएं आपके साथ हैं.
करवा चौथ सिर्फ चांद के दीदार का नहीं, बल्कि आस्था और प्रेम का भी पर्व है. चाहे आप दिल्ली में घने धुएं में हों या मुंबई में हल्की बारिश का, अगर इस साल चांद लुका-छिपी खेलने लगे, तो आप ये कर सकते हैं.
अक्सर, बादल 10-15 मिनट बाद चले जाते हैं. शांत रहें, त्योहार के माहौल का आनंद लें और आसमान पर नजर रखते रहें, कभी-कभी चांद के दर्शन के लिए एक हल्की सी चमक भी काफी होती है.
अगर आप इसे बाहर नहीं देख पा रही हैं, तो कई महिलाएं अब ऑनलाइन या द्रिक पंचांग जैसे ऐप्स के जरिए लाइव चांद देखने का सहारा लें सकती हैं, जहां आप अपने शहर में चंद्रोदय का सही समय देख सकती हैं. आप अपनी पूजा का समय जानने के लिए आस-पास के शहरों से लाइव फीड भी देख सकती हैं.
अगर इंतजार के बाद भी चांद दिखाई न दे, तो कुछ अलग करने में कोई बुराई नहीं है. इस दौरान, कुछ महिलाएं पानी से भरे बर्तन में चांद का प्रतिबिंब (reflection) देखकर या चंद्रोदय की दिशा में मुंह करके और पूरी श्रद्धा से प्रार्थना करके यह अनुष्ठान करती हैं.
चांद के दर्शन के बिना भी, आप अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए भगवान शिव, देवी पार्वती और भगवान गणेश से प्रार्थना करके करवा चौथ की पूजा पूरी कर सकती हैं. बाकी अनुष्ठान के बाद, छलनी से अपने जीवनसाथी के दर्शन करें. फिर, पानी या साथ में भोजन का पहला निवाला लेकर अपना व्रत तोड़ें.
दिन भर व्रत रखना, खासकर बिना पानी के, थका देने वाला हो सकता है. अगर मौसम की वजह से चंद्रोदय में देरी हो रही है, तो रोशनी वाली, हवादार जगहों पर रहें और शांत रहें. ज्यादा देर तक खड़े रहने से बचें और अगर आपको चक्कर आ रहे हों या बेहोशी आ रही हो, तो पानी पीकर व्रत तोड़ें.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.