Chudamani Temple: हिंदू धर्म को मानने वाले लोग मंदिर जाना पसंद करते हैं. मंदिर जाकर वो भगवान की पूजा करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं. जब भी हम किसी काम में फंसते हैं तो भगवान को याद करते हैं और मंदिर जाकर पूजा-पाठ करते हैं. मंदिर के पुजारी प्रसाद देते हैं और किसी भी प्रकार का गलत काम न करने को कहते है. जैसे चोरी, डकैती या फिर अन्य अपराध करने से मना करते है. . लेकिन भारत में एक ऐसा भी मंदिर हैं जहां भक्तों को चोरी करने के लिए मजबूर किया जाता है. खास बात यह है कि चोरी करने पर आपको पुलिस भी नहीं पकड़ती है और न ही कोई मुकदमा दर्ज होता है.
आज हम आपको उसी मंदिर की कहानी बताएंगे जहां भक्तों को जानबूझकर चोरी करने के लिए मजबूर किया जाता है. आइए उस मंदिर की कहानी जानते हैं.
हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं उसका नाम है चूड़ामणि देवी (Chudamani Devi) है. यह मंदिर उत्तराखंड के रुड़की जिले के चुड़ियाला गांव में स्थित है. यह मंदिर पूरे भारत में बहुत ही प्रसिद्ध है.
मान्यता है कि उत्तराखंड में स्थित चूड़ामणि देवी मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है. इस मंदिर में आने से लोगों को संतान की प्राप्ति होती है. जिन भक्तों को संतान नहीं होता अगर वो यहां आते हैं तो उन्हें संतान की प्राप्ति हो जाती है.
मान्यता है कि माता सती का शादी वाला चूढ़ा इसी स्थान पर आकर गिरा था. स्थानीय निवासियों के अनुसार यहां आने वाले भक्तों को लकड़ी की गुड़िया चुराने के लिए कहा जाता है और उसे मां चूड़ामणि देवी के चरणों में स्पर्श कराना होता है. ऐसा करने से मां उन्हें संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं.
जब भक्त को संतान की प्राप्ति हो जाती है तो उन्हें फिर से वापस चूड़ामणि देवी मंदिर आकर चुराई हुई लकड़ी की गुड़िया वापस करनी पड़ती है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह परंपरा सन् 1800 से चली आ रही है. हर साल यहां देश के कोने-कोने से हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं.