Diwali 2025: दिवाली का त्योहार खुशियों और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और इस अवसर पर देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली की रात एक खास शंख की पूजा से आपका भाग्य बदल सकता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दक्षिणावर्ती शंख की, जो न केवल आपके घर में लक्ष्मी का वास सुनिश्चित करता है, बल्कि धन, समृद्धि और सुख-शांति का भी कारण बनता है.
यह शंख समुद्र मंथन से उत्पन्न हुआ माना जाता है और इसे देवी लक्ष्मी का भाई माना गया है. यह शंख पूजा में विशेष स्थान रखता है क्योंकि यह घर में लक्ष्मी के स्थिर वास का प्रतीक है. खास बात यह है कि इसे बजाने के बजाय पूजा में रखा जाता है, ताकि देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सके. दक्षिणावर्ती शंख का मुख दाईं दिशा में खुलता है, जो तंत्र शास्त्र में अत्यधिक पवित्र और शुभ माना जाता है. इसकी पूजा करने से घर में दरिद्रता का नाश होता है और समृद्धि का वास होता है.
दिवाली पर इस शंख की पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है. पूजा की विधि भी बेहद सरल है:
तंत्र शास्त्र के अनुसार, दिवाली से पूर्व शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को इस शंख की विशेष पूजा की जाती है. केसर से स्वस्तिक चिह्न बनाकर और स्फटिक माला से मंत्र "ॐ श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशिन्ये धनधान्य समृद्धि देहि देहि नमः" का जाप करें. इस दौरान शंख में एक-एक अखंड चावल डालें और 30 दिन तक यह प्रयोग जारी रखें. पूजा के बाद शंख को सफेद कपड़े में लपेटकर अपने घर में रखें.
इस पूजा से घर में धन की वर्षा और सुख-शांति का वास होता है. खासकर दिवाली के दिन इस पूजा को करने से चमत्कारी परिणाम मिलते हैं और लक्ष्मी के आशीर्वाद से दरिद्रता का नाश होता है.
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