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Virender Sehwag Birthday: वीरेंद्र सहवाग आज मना रहे 46वां जन्मदिन, जानें इस खास मौके पर 'वीरू' के वो 4 रिकॉर्ड जो शायद कभी न टूटें

Virender Sehwag Birthday: वीरेंद्र सहवाग, भारतीय क्रिकेट के आक्रामक बल्लेबाज का आज जन्मदिन है वे आज 46 साल के हो गए. उन्होंने अपने करियर में कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जिन्हें शायद कोई न तोड़ पाए. सहवाग आज भी करोड़ों फैंस के दिलों में बसते हैं.

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Edited By: Km Jaya
वीरेंद्र सहवाग
Courtesy: @CricCrazyJohns and @ManMj19 x account

Virender Sehwag Birthday: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज 20 अक्टूबर को अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं. क्रिकेट इतिहास में सहवाग का नाम उन खिलाड़ियों में लिया जाता है जिन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से खेल की परिभाषा ही बदल दी. दिल्ली के इस बल्लेबाज ने न केवल टीम इंडिया को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई बल्कि कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जिन्हें तोड़ना मुश्किल है.

साल 1978 में जन्मे वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेलीं. वे पहले भारतीय बल्लेबाज बने जिन्होंने टेस्ट में दो तिहरे शतक लगाए. सहवाग के चौकों और छक्कों से भरे खेल ने हर विरोधी गेंदबाज को हैरान कर दिया. उनका आत्मविश्वास और बल्लेबाजी का अंदाज आज भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है.

पहला रिकॉर्ड 

इंटरनेशनल क्रिकेट में 100, 200 और 300 रन का शतक लगाने वाले सहवाग दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं. किसी और ने अब तक यह अनोखा रिकॉर्ड नहीं बनाया है.

दूसरा रिकॉर्ड

टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी सहवाग के नाम है. उन्होंने 2008 में चेन्नई में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सिर्फ 278 गेंदों में ट्रिपल सेंचुरी लगाई थी.

तीसरा रिकॉर्ड

वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी सहवाग ही हैं. उन्होंने 2011 में इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रन बनाए थे. इस मैच में उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों लाजवाब रहीं.

चौथा रिकॉर्ड

टेस्ट में सबसे ज्यादा तिहरे शतक का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम संयुक्त रूप से दर्ज है. उन्होंने दो तिहरे शतक लगाए हैं. उनके अलावा डॉन ब्रैडमैन, ब्रायन लारा और क्रिस गेल ने भी ऐसा ही किया है. सहवाग ने ये तिहरे शतक पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाए थे. सहवाग का खेल सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट में आक्रामक सोच की शुरुआत की. आज भी जब क्रिकेट प्रेमी पुराने मैच देखते हैं तो वीरू की बल्लेबाजी उन्हें रोमांचित कर देती है.