Balarishta Dosha: बालारिष्ट दोष एक ज्योतिषीय स्थिति है जो तब बनती है जब कुछ ग्रह एक विशेष नक्षत्र में युति करते हैं. यह दोष बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है, जिससे उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन के अन्य पहलुओं में समस्याएं हो सकती हैं. 24 मार्च 2024 को, चंद्रमा और केतु कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में एक साथ होंगे, जिससे बालारिष्ट दोष का निर्माण होगा.
चंद्रमा और केतु कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में एक साथ होंगे जिससे बनने वाली यह युति से बालारिष्ट दोष का निर्माण होगा और ये बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है. यह दोष बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन के अन्य पहलुओं में समस्याएं पैदा कर सकता है.
उदाहरण: मान लीजिए कि आपकी संतान का जन्म 24 मार्च 2024 को हो रहा है. जन्म के समय, चंद्रमा और केतु कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में होंगे. इसका मतलब है कि आपके बच्चे पर बालारिष्ट दोष का प्रभाव पड़ सकता है.
बालारिष्ट दोष का क्या असर होता है?
स्वास्थ्य: आपके बच्चे को अक्सर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि बुखार, खांसी, सर्दी, एलर्जी, और पाचन संबंधी समस्याएं.
शिक्षा: आपके बच्चे को ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है और उनकी सीखने की क्षमता कम हो सकती है.
व्यवहार: आपका बच्चा चिड़चिड़ा, क्रोधी, और अत्यधिक भावुक हो सकता है.
अन्य प्रभाव: यह दोष आपके बच्चे के सामाजिक जीवन और पारिवारिक संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है.
बालारिष्ट दोष से बचने के क्या उपाय हैं?
दान: आप गाय को हरा चारा खिला सकते हैं, गरीबों को भोजन और कपड़े दान कर सकते हैं, और किसी मंदिर में फल और मिठाई दान कर सकते हैं.
मंत्र: आप बालारिष्ट दोष निवारण मंत्र का जाप कर सकते हैं या महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकते हैं.
यंत्र: आप बालारिष्ट दोष निवारण यंत्र या गणेश यंत्र धारण कर सकते हैं.
रत्न: आप पुखराज रत्न या मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं.
यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि बालारिष्ट दोष हमेशा नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता है. कुछ बच्चों पर इस दोष का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. यदि आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर चिंतित हैं, तो डॉक्टर और शिक्षक से भी परामर्श करें.
जानें कब बन रहा है बालरिष्ट दोष?
इस बार यह दोष 24 मार्च 2024 को बनने वाला है जो कि कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में बनेगा. यह दोष सभी बच्चों को प्रभावित नहीं करेगा. यदि आपके बच्चे का जन्म इस तिथि के आसपास हो रहा है, तो ज्योतिषी से परामर्श करना उचित होगा. बालारिष्ट दोष से बचने के लिए भगवान गणेश और देवी दुर्गा की पूजा कर बचाव कर सकते हैं तो साथ ही ग्रह शांति निवारण पूजा करवाएं.