Microsoft Layoffs: माइक्रोसॉफ्ट ने 15,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इनमें से करीब 9000 लोगों की छंटनी जुलाई में की गई थी. इसका कारण टेक इंडस्ट्री में एक बड़े रूझान का हिस्सा है, क्योंकि कंपनियां एआई के कारण होने वाले बड़े बदलावों के साथ तालमेल बिठा रही है.
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने हाल ही में कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा. इस मेल में उन्होंने स्वीकार किया कि इस थंटनी ने लोगों पर काफी इमोशनल असर डाला है. साथ ही यह भी कहा, “किसी और बात से पहले, मैं उस बारे में बात करना चाहता हूं जो मेरे दिमाग में चल रहा है- नौकरियों में कटौती.”
वर्ष 2024 के बीच तक, दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट के लगभग 2,28,000 कर्मचारी थे. इसके बाद 2025 में छंटनी की गई. कंपनी में अभी कितने लोग बचे हैं, इसकी जानकारी कंपनी ने नहीं दी है. लेकिन सत्य नडेला ने कहा कि कर्मचारियों की कुल संख्या अभी भी स्टेबल नहीं है. इसका मतलब है कि कुल मिलाकर बहुत कुछ नहीं बदला है.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन नौकरियों का नुकसान जरूर हुआ है लेकिन इसके बावजूद, माइक्रोसॉफ्ट के शेयर की कीमत 9 जुलाई को पहली बार 500 डॉलर प्रति शेयर के पार पहुंच गई. निवेशक अभी भी आश्वस्त हैं क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग और विंडोज व ऑफिस जैसे व्यावसायिक सॉफ्टवेयर में काफी आगे है.
नडेला ने आगे कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट का मिशन बदल रहा है. लोगों को सिर्फ काम करने के लिए डिवाइस देने के बजाय, कंपनी अब उन्हें AI का इस्तेमाल करके अपनी डिवाइस बानाने में मदद करना चाहती है.