Aaj Ka Panchang: शुक्रवार, 10 मई 2024- शुभ कार्यो के लिए शुभ दिन है. शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी जी को समर्पित होता है. इस दिन उनकी पूजा करने से व्यापार में वृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. शुभ मुहूर्त में पूजा करने का फल और भी अधिक बढ़ जाता है. आइए आज के पंचांग को विस्तार से देखें-
शुभ समय (शुभ मुहूर्त):
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:50 से 12:44 बजे तक. इस समय में कोई भी शुभ कार्य करना शुभ माना जाता है.
विजय मुहूर्त: सुबह 10:13 से 10:47 बजे तक. इस समय में कोई भी नया काम शुरू करना, यात्रा करना, या कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेना शुभ माना जाता है.
ध्रुव मुहूर्त: सुबह 11:22 से 11:50 बजे तक. इस समय में कोई भी स्थायी कार्य करना, जैसे कि घर बनाना, या कोई नया व्यवसाय शुरू करना शुभ माना जाता है.
लाभव मुहूर्त: दोपहर 1:19 से 1:47 बजे तक. इस समय में कोई भी धन-संबंधी कार्य करना, जैसे कि निवेश करना, या कोई नया लेन-देन करना शुभ माना जाता है.
अमृत मुहूर्त: शाम 7:02 से 7:30 बजे तक. इस समय में कोई भी धार्मिक कार्य करना, जैसे कि पूजा-पाठ करना, या दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है.
चन्द्रबल और ताराबल: चन्द्रबल में वृषभ, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन राशियों में चन्द्रमा का बल मजबूत रहेगा. इन राशियों के जातकों को आज शुभ फल प्राप्त होंगे. ताराबल में अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा और उत्तराभाद्रपद नक्षत्रों में तारों का प्रभाव रहेगा. इन नक्षत्रों में जन्मे जातकों को आज शुभ फल प्राप्त होंगे.
उदाहरण: यदि आप किसी नए व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं, तो आप विजय मुहूर्त या ध्रुव मुहूर्त में इसकी शुरुआत कर सकते हैं. यदि आप किसी महत्वपूर्ण यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो आप विजय मुहूर्त में यात्रा शुरू कर सकते हैं. यदि आप कोई धार्मिक कार्य करना चाहते हैं, तो आप अमृत मुहूर्त में पूजा-पाठ कर सकते हैं.
अन्य शुभ मुहूर्त: उपरोक्त समयों के अलावा, शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि के दौरान गोधूलि मुहूर्त शाम 7:00 बजे से 7:21 बजे तक और निशीथ मुहूर्त रात्रि 11:56 बजे से 12:38 बजे तक, 11 मई जैसे शुभ मुहूर्त भी विद्यमान हैं.
तिथि और नक्षत्र:
तिथि: तृतीया (26:52:24 तक)
नक्षत्र: रोहिणी (10:47:34 तक)
करण और योग:
करण: तैतिल (15:31:27 तक), गर (26:52:24 तक)
योग: अतिगंड (12:06:04 तक)
पक्ष और वार:
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शुक्रवार
सूर्य और चंद्र गणना:
सूर्योदय: 05:33:11
सूर्यास्त: 19:02:07
चंद्र राशि: वृषभ (22:26:46 तक)
चंद्रोदय: 06:57:00
चंद्रास्त: 21:44:00
ऋतु: ग्रीष्म ऋतु
हिंदू मास और वर्ष:
शक संवत: 1946 क्रोधी
विक्रम संवत: 2081
काली संवत: 5125
प्रविष्टे / गत्ते: 28
पूर्णिमांत मास: वैशाख
अमांत मास: वैशाख
दिन काल: 13:28:56
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त):
दुष्टमुहूर्त: 08:14:58 से 09:08:54 तक, 12:44:37 से 13:38:33 तक
कुलिक: 08:14:58 से 09:08:54 तक
कंटक: 13:38:33 से 14:32:29 तक
राहु काल: 10:36:32 से 12:17:39 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 15:26:24 से 16:20:20 तक
यमघण्ट: 17:14:16 से 18:08:12 तक
यमगण्ड: 15:39:53 से 17:21:00 तक
गुलिक काल: 07:14:18 से 08:55:25 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त): अभिजीत: 11:50:41 से 12:44:37 तक
दिशा शूल: पश्चिम दिशा में शूल, इस दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है. यदि आपको इस दिशा में जाना ही पड़े तो विजय मुहूर्त में यात्रा शुरू करें.
अतिरिक्त जानकारी: आज श्री चामुंडेश्वरी जयंती, श्री शंखेश्वर जयंती और श्री कनकवृन्दावन स्वामी प्रबोधानंद सरस्वती जयंती है. आज राहु काल दोपहर 10:36 से 12:17 तक रहेगा. इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए. आज अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 से 12:44 तक रहेगा. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना शुभ होगा.
माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें: शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी जी को समर्पित होता है. अतः शुभ मुहूर्त में उनकी पूजा-अर्चना करने से आपको व्यापार में वृद्धि, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है. राहुकाल के समय - दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक- किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए. इस दौरान किए गए कार्य में बाधा आने की संभावना रहती है.